Home छत्तीसगढ़ आदिवासियों को भड़काने की कोशिश नाकाम रही

आदिवासियों को भड़काने की कोशिश नाकाम रही

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राजनांदगांव । आदिवासियों के प्रखर नेता केन्द्रीय गोड़वाना महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष एम.डी.ठाकुर ने गत दिनों हुये मानपुर में जेल भरो आंदोलन के आव्हान को विफल बताते हुये कहा कि आदिवासियों को बरगलाने की कोशिश विफल रही, जो आदिवासियों की जागरूकता का प्रतीक है। देश के साथ-साथ क्षेत्र का आदिवासी समाज भी राष्ट्र की मुख्य धारा से जुड़ा हुआ है, यही कारण है कि विघटनकारी लोगों के मंसूबे पूरे नहीं हो पा रहे है।
श्री ठाकुर ने अपने बयान में आगे कहा कि आदिवासी समाज को वर्तमान समय में सर्वाधिक मान-सम्मान मिल रहा है। जहाॅ देश के शीर्ष पद पर आदिवासी महिला का नेतृत्व समाज को गौरवांन्वित कर रहा है, वही पूर्वोत्तर भारत को छोड़ दे तो अपने क्षेत्र में छत्तीसगढ़ के बाद उड़ीसा में भी आदिवासी समाज से मुख्यमंत्री बनाना आदिवासियों के प्रति देश के प्रधानमंत्री मोदी जी वचनबद्धता जाहिर होती है। श्री ठाकुर ने कहा कि कतिपय तत्व आदिवासी समाज को राष्ट्र की मुख्यधारा से तोड़ने तमाम तरह के दुष्चक्र चला रहे है, फूट डालने के बहुतेरे प्रयास हो रहे है, जो कभी भी सफल नहीं होगें। आदिवासी समाज हिंसा पर कदापि विश्वास करने वाला नहीं है। हम देश की संस्कृति व उसकी सभ्यता के प्रारंभ से ही रक्षक रहे है। स्वाधीनता आंदोलन में आदिवासी समाज की उल्लेखनीय भूमिका रही है, बावजूद इसके कुछ लोग सीधे-साधे शांति-प्रिय आदिवासी समाज को बदनाम करने की नियत से उल्टे-सीधे आयोजन करके प्रदेश के आदिवासी मुखिया मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को बदनाम करने का कुचक्र चला रहे है, जिसका जमीनी स्तर पर राष्ट्रभक्त आदिवासी समाज करारा जवाब देगा और इनके इरादों को धूल-धूरसित करता रहेगा। मानपुर में जेल भरो आंदोलन की विफलता इस बात का साफ संकेत है कि प्रदेश का आदिवासी समाज प्रदेश के मुखिया के साथ पूरी ताकत से खड़ा है।