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 महाप्रभु निकले भक्तों को दर्शन देने, रेलवे परिक्षेत्र में दिखा भक्ति का माहौल

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बिलासपुर । परंपरा के अनुसार हर वर्ष जगन्नाथ रथ यात्रा आषाढ़ माह में शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि से शुरू होती है और शुक्ल पक्ष के 11वें दिन जगन्नाथ जी की वापसी के साथ यात्रा का समापन होता है। इसी कड़ी में पूरी के जगन्नाथ मंदिर में इस रथ यात्रा में शामिल होने देश-विदेश से भक्त यहां पहुंचते हैं और भगवान जगन्नाथ का दर्शन प्राप्त कर परिवार की सुख समृद्धि की कामना करते हैं इसी कड़ी में रविवार को आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जा रही है देश भर में महाप्रभु के दर्शन अपने भक्त उनके द्वारा में पहुंच रहे हैं तो वहीं बिलासपुर की बात करें तो यहां पर मुख्य रथ यात्रा रेलवे परिक्षेत्र के जगन्नाथ मंदिर में हर साल आयोजित होती है।
इस वर्ष भी बहुड़ा यात्रा के साथ रथ यात्रा की शुरुआत होगी। जिसके मुख्य अतिथि थी प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव हो रहे हैं इस मौके पर अरुण साहू को राजा की वेशभूषा के बाद महाप्रभु की यात्रा पूजा पाठ और छेड़ा पहरा की रश्मि के बाद रथ यात्रा की शुरुआत होगी जो स्टेशन रोड बाराखली चौक तार बहार शिव टंकी चौक गांधी चौक दयालबंद जंगल चौक होते हुए रेलवे परिक्षेत्र में पहुंच कर समाप्त होगी यहां 11 दिनों तक भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और सुमित्रा के साथ मौसी मां के घर पहुंच कर अपने भक्तों को दर्शन देंगे रथ यात्रा को लेकर बिलासपुर के रेलवे परिक्षेत्र में मौजूद जगन्नाथ मंदिर में भी भव्य तैयारी कर ली गई है सुबह से ही यहां पूजा पाठ और अनुष्ठान का दौर जारी है तो वहीं दोपहर को रथ यात्रा शुरू होगी इसके अलावा सिम्स के पास से भी एक रथ यात्रा निकाली जा रही है जो शहर में भक्तों को महाप्रभु के दर्शन कराए कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करावेगी मानता है कि साल में एक बार महाप्रभु अपने भक्तों को दर्शन देने उनके बीच पहुंचाते हैं जिसे रथ यात्रा के रूप में मनाया जाता है। खासतौर पर उड़ीसा में रथ यात्रा की खासी घूम रहती है पूरी के जगन्नाथ के अलावा उड़ीसा के हर क्षेत्र में रथ यात्रा का आयोजन होता है जिसे क्षेत्र के और प्रदेश के रहवासी उत्साह और उमंग के साथ मनाते हैं बिलासपुर में भी सुबह से रथ यात्रा को लेकर खास उत्साह उडयि़ा समाज और बिलासपुर वासियों के बीच बना रहा।