नई दिल्ली । दिलशाद गार्डन स्थित गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल के रेजिडेंट चिकित्सक एसोसिएशन (आरडीए) ने स्त्री रोग विभाग में भीड़ द्वारा रेजिडेंट चिकित्सकों पर हमले का आरोप लगाया है। नाराज रेजिडेंट चिकित्सक दोपहर 12 बजे के बाद हड़ताल पर चले गए हैं। आरडीए से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह करीब साढ़े 5 बजे के बाद हथियारों से लैस 50 से 70 लोगों की भीड़ ने स्त्री रोग विभाग में धावा बोल कर्मचारियों को धमकाने के साथ-साथ वहां तोड़फोड़ भी की थी।
चिकित्सकों ने बताया कि इससे यूनिवर्सिटी कॉलेज आफ मेडिकल साइंसेज (यूसीएमएस) और जीटीबी अस्पताल के सीनियर व जूनियर रेजिडेंट्स में नाराजगी है। घटना से नाराज रेजिडेंट चिकित्सक दोपहर 12 बजे के बाद हड़ताल पर चले गए। वे संस्थागत प्राथमिकी करने की मांग पूरी होने तक हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान केवल आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी। आरडीए के अध्यक्ष डा नितेश कुमार ने बताया कि सुबह करीब साढ़े 5 बजे पुरानी बिल्डिंग में तीसरे तल पर स्त्री रोग विभाग के क्लियर लेबर रूम में भीड़ ने चिकित्सकों को धमकी दी। साथ ही वहां पर तोड़फोड़ भी की। रेजिडेंट चिकित्सकों का कहना है कि अस्पताल में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जाए। साथ ही हाटस्पाट क्षेत्रों में सुरक्षा उपाय लागू किए जाएं। आरडीए के मीडिया प्रतिनिधि डा रजत ने बताया कि चिकित्सकों ने काम बंद करके चिकित्सा निदेशक के कमरे में जाकर संस्थागत प्राथमिकी करने की मांग की है। प्राथमिकी करने और सुरक्षा बढ़ाने की मांग पूरी होने के बाद वे हड़ताल खत्म कर देंगे नहीं तो हड़ताल जारी रहेगी।