मोदी 3.0 का पहला बजट बस अब कुछ देर में पेश हो जाएगा। इस बार भी वित्त मंत्री पेपरलेस फॉर्मेट में बजट पेश करेंगी। पिछले साल की तरह इस साल भी वित्त मंत्री ने बही-खाता की पुरानी परंपरा को अपनाया। वह डिजिटल टैबलेट के जरिये वित्त वर्ष 2024-25 के लिए पूर्ण बजट पेश करेंगी।बजट पेश होने से पहले वित्त मंत्री ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। राष्ट्रपति से मुलाकात से पहले निर्मला सीतारमण ने अपने अधिकारियों की टीम के साथ अपने कार्यालय के बाहर पारंपरिक 'ब्रीफकेस' तस्वीर खिंचवाई। इस बार निर्मला सीतारमण ने मैजेंटा बॉर्डर वाली सफेद रेशम की साड़ी पहनी है। उनके हाथ में टैबलेट है जो ब्रीफकेस के बजाय सुनहरे रंग के राष्ट्रीय प्रतीक के साथ एक लाल कवर के अंदर सावधानी से रखा गया है। इस कवर को ही बही-खाता का नाम दिया गया है।
भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री, सीतारमण ने जुलाई 2019 में केंद्रीय बजट कागजात ले जाने के लिए पारंपरिक 'बही-खाता' के लिए बजट ब्रीफकेस की औपनिवेशिक विरासत को छोड़ दिया था। उन्होंने पिछले वर्ष भी इसका इस्तेमाल किया।कोरोना महामारी से प्रभावित 2021 में निर्मला सीतारमण ने अपने भाषण और अन्य बजट दस्तावेजों को ले जाने के लिए पारंपरिक कागजात को एक डिजिटल टैबलेट से बदल दिया। आज भी इसी परंपरा को बरकरार रखा गया है।जब नरेंद्र मोदी 2019 के चुनाव में फिर से सत्ता में आए और 5 जुलाई, 2019 को अपना पहला बजट पेश किया तो निर्मला सीतारमण को वित्त मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था। इस साल इन्होंने बजट डॉक्यूमेंट को ले जाने के लिए ब्रीफकेस की जगह लाल कपड़े का फोल्डर इस्तेमाल किया। आपको बता दें कि इस साल फरवरी में उन्होंने एक और अंतरिम बजट पेश किया था।निर्मला सीतारमण से पहले मोदी सरकार में उनके पूर्ववर्ती अरुण जेटली और पीयूष गोयल समेत विभिन्न सरकारों के वित्त मंत्री ने बजट ब्रीफकेस का इस्तेमाल किया था।