Home छत्तीसगढ़ छत्‍तीसगढ़ में तेजी से पैर पसार रहा स्‍वाइन फ्लू

छत्‍तीसगढ़ में तेजी से पैर पसार रहा स्‍वाइन फ्लू

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बालोद/दल्लीराजहरा

छत्‍तीसगढ़ में स्‍वाइन फ्लू और डेंगू तेजी से पैर पसार रहा है। मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है। ताजा मामला बालोद जिले के दल्लीराजहरा नगर के वार्ड 4 की रहने वाली 66 वर्षीय महिला में स्वाइन फ्लू के लक्षण मिले हैं। महिला की स्वाइन फ्लू की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मरीज का इलाज एम्स में जारी है। इधर, जिले के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है।

स्वाइन फ्लू के अलावा, दल्‍लीराजहरा में 15 से अधिक डेंगू के मामले भी सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए घर-घर जाकर जांच अभियान शुरू किया है और दवाइयों का छिड़काव भी किया जा रहा है। स्वाइन फ्लू पीड़िता के घर और आसपास के लोगों का भी टेस्ट किया जा रहा है।

ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर ने इन मामलों की पुष्टि की है और कहा है कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम दिन-रात काम कर रही है ताकि बीमारी के प्रसार को नियंत्रित किया जा सके और जनता को सुरक्षित रखा जा सके।

छत्‍तीसगढ़ में 24 घंटे में तीन मरीजों की मौत
बतादें कि बीते पिछले 24 घंटे में राज्य में स्वाइन फ्लू के तीन मरीजों की मौत हो गई है, जबकि पिछले 15 दिनों में इस बीमारी से कुल लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। हसदेव एसईसीएल में कार्यरत कर्मचारी स्वाइन फ्लू से पीड़ित थे। उन्हें उपचार के लिए अपोलो में दाखिल कराया गया था। बुधवार को कर्मचारी ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।

राजनांदगांव में डायरिया के बाद स्वाइन फ्लू के संक्रमण से दो लोगों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। स्वाइन फ्लू से डोंगरगढ़ के ग्राम बरनारा की चार वर्षीय चाहत मंडावी और गंडई के दिलीप रजक 37 वर्षीय की मौत हो गई है।

बिलासपुर में एक हफ्ते में मिले 26 स्वाइन फ्लू के मरीज

छत्तीसगढ़ में पिछले एक सप्ताह में स्वाइन फ्लू के 29 मरीज पॉजिटिव मिले हैं, जिनमें से 26 केवल बिलासपुर के हैं, जिनमें से 14 मरीजों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. हालांकि इस बीच छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग ने स्वाइन फ्लू को लेकर पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी किया है. सर्दी, खांसी और कफ के साथ तेज बुखार रहने पर स्वाइन फ्लू टेस्ट कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं.

15 दिन में स्वाइन फ्लू से 6 लोगों की मौत

    9 अगस्त को कोरिया जिले की 51 साल की महिला की मौत हो गई थी.

    इसके बाद 10 अगस्त को जांजगीर-चांपा जिले की 66 साल की महिला की जान चली गई थी.

    11 अगस्त को बिलासपुर जिले में एक महिला की मौत हो गई थी.

    फिर एक दिन बाद 13 अगस्त को राजनांदगांव में 4 साल की बच्ची जान चली गई.

    20 अगस्त को मनेंद्रगढ़ में 41 साल के एक युवक की मौत हो गई.

    21 अगस्त को राजनांदगांव में एक युवक की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई.

क्या है स्वाइन फ्लू?

स्वाइन फ्लू एक वायरल इंफेक्शन है, जो सूअरों से मनुष्यों में फैलता है.नियमित इन्फ्लूएंजा और स्वाइन फ्लू के लक्षण बहुत मिलते-जुलते हैं. गर्मी और मानसून के मौसम में स्वाइन फ्लू के मामले बढ़ जाते हैं. स्वाइन फ्लू H1N1 इन्फ्लूएंजा एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलता है. जब कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो बूंदें हवा में चली जाती हैं. वहीं जब दूसरे इंसान सांस के माध्यम से वायरस को अंदर ले लेता हैं, तो उसे भी यह संक्रमण हो सकता है. इसके अलावा जब आप किसी दूषित सतह को छूते हैं और फिर अपने मुंह, नाक या आँखों को छूते हैं, तो भी आपको संक्रमण हो सकता है.

स्वाइन फ्लू के लक्षण

बुखार आना, सिरदर्द होना, खांसी आना, छींक आना, ठंड लगना, डायरिया होना, गले में खराश होना, थकान, नासिका मार्ग ब्लॉक होना

किन लोगों को स्वाइन फ्लू का खतरा ज्यादा है

गर्भवती महिलाएं

हृदय रोग के मरीज

डायबिटीज के मरीज

65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को और 2 साल से छोटे बच्चे को स्वाइन फ्लू से खतरा बढ़ जाता है.

रेस्पिरेटरी समस्याएं जैसे निमोनिया से ग्रसित लोग.