Home छत्तीसगढ़ बिहार में ‘दाना’ तूफान का अलर्ट, 19 जिलों में आंधी और भारी...

बिहार में ‘दाना’ तूफान का अलर्ट, 19 जिलों में आंधी और भारी बारिश की संभावना

0

पटना। बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात दाना के 24-25 अक्टूबर को ओडिशा और पश्चिम बंगाल तट से टकराने की संभावना है। इसका असर प्रदेश के कुछ भागों पर भी पड़ेगा।

प्रदेश में इस दौरान तेज हवा के साथ कुछ जिलों में भारी वर्षा हो सकती है।  मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार 24 अक्टूबर की सुबह से दाना गंभीर चक्रवात के रूप में आगे बढ़ेगा।

इसके प्रभाव से पटना सहित 19 जिलों नालंदा, जहानाबाद, गया, शेखपुरा, नवादा, लखीसराय, जमुई, बांका, मुंगेर, बेगूसराय, खगड़िया, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज, सुपौल में 30-40 किमी प्रतिघंटा के साथ तेज हवा चलेगी।

न्यूनतम तापमान में वृद्धि की संभावना

इन जगहों पर वज्रपात, मेघ गर्जन और कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की वर्षा की संभावना है। इस दौरान पुरवा के प्रवाह से नमी युक्त वातावरण बनने के साथ न्यूनतम तापमान में वृद्धि की संभावना है।

25 अक्टूबर को पटना समेत बक्सर, रोहतास, औरंगाबाद, गया, अरवल, भोजपुर, नालंदा, जहानाबाद, नवादा, लखीसराय, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, भोजपुर, बांका व जमुई में आंधी पानी को लेकर चेतावनी जारी की गई है। पुरवा के प्रवाह से बुधवार को पटना सहित 13 जिलों के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई।

पटना का अधिकतम तापमान 33.0 डिग्री सेल्सियस जबकि 36.8 डिग्री सेल्सियस के साथ सीतामढ़ी (पुपरी) में सर्वाधिक तापमान दर्ज किया गया। राजधानी समेत आसपास इलाकों में बादलों की आवाजाही बने होने से मौसम सामान्य बना रहा।

औरंगाबाद में भी दिखेगा असर

औरंगाबाद में लोगों को सावधान रहने की अपील की गई है। चक्रवात दाना का असर औरंगाबाद में 24 से 29 अक्टूबर तक रहेगा। इस दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे। हल्की वर्षा की संभावना है। मौसम विभाग की मानें तो 25 अक्टूबर को औरंगाबाद समेत बिहार के पूर्वी एवं दक्षिणी झारखंड से सटे जिले में मेघ गर्जन के साथ 40 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से हवा चलेगी।

इस दौरान वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया गया है। जिले में कई क्षेत्रों में वर्षा हो सकती है। वर्षा का असर खेती पर पड़ेगा।

मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी मौसम खराब होने पर अपने जानवर को खुले स्थान एवं पेड़ों के पास न रखें। आकाशीय बिजली गिरने से जान माल एवं पशुओं को हानि की संभावना रहती है। वर्षा के दौरान पेड़ के नीचे न रहें। वज्रपात के साथ तेज वर्षा हो सकती है।