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मप्र में शराब से ज्यादा बीयर के शौकीन

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भोपाल । मप्र में में शराब दुकानों का नया कंपोजिट शॉप मॉडल लागू होने के बाद से बीयर के शौकिनों की तदाद बढ़ी है। आलम यह है कि देशी शराब को दरकिनार कर लोग अब देसी मदिरा और बीयर अधिक पी रहे हैं। इससे बीयर की खपत हर महीने नए रिकॉर्ड बना रही है। भोपाल की तुलना में इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में 70 प्रतिशत ज्यादा बीयर पी जाती है। लेकिन भोपाल में अंग्रेजी शराब पसंद करने वालों की तादाद ज्यादा है। इसमें बीते साल की तुलना में करीब 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। प्रदेश के 55 जिलों में से 14 जिलों में अंग्रेजी और 10 जिलों में देसी शराब की बिक्री बीते साल की तुलना में कम हुई है। वहीं, गुना, अलीराजपुर एवं डिंडोरी ऐसे तीन जिले हैं, जहां बीयर के शौकीनों की संख्या सबसे कम हैं।
मप्र सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में शराब से 16 हजार करोड़ से अधिक का राजस्व जुटाने का लक्ष्य रखा है। प्रदेश में विदेशी शराब की खपत कम होने के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं। बीते वित्तीय वर्ष की अपेक्षा में शराब की कीमतों में जबरदस्त वृद्धि हुई है। उप्र, हरियाणा के जरिए सस्ती व अवैध शराब आने के कारण विदेशी शराब का कारोबार प्रभावित हो रहा है। आयुक्त मप्र आबकारी अभिजीत अग्रवाल का कहना है कि शराब बिक्री के लिए लाइसेंसी बाध्य नहीं है कि उसे देसी विदेशी एक समान मात्रा में बेचना है। वह हमको केवल तय रेवेन्यू देने के लिए बाध्य है।

बीयर की बिक्री में 21.03 प्रतिशत की बढ़ोतरी
प्रदेश के सुरा प्रेमियों में देसी मदिरा व बीयर के प्रति मोह बढ़ा है। यही कारण है कि बीते साल की अपेक्षा चालू वित्तीय वर्ष के पहले 6 माह में देसी मदिरा बिक्री में 6.74 प्रतिशत व बीयर में 21.03 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन विदेश मदिरा से मोहभंग होने पर खपत में 3.69 प्रतिशत की कमी आई है। हालांकि आबकारी को 699 करोड़ ज्यादा वसूली मिली है। चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 के पहले छह माह में विदेशी मदिरा की बिक्री 333.89 लाख प्रूफ लीटर हुई, जबकि बीते वित्तीय वर्ष में इन्ही 6 माह में यह खपत 346.67 लाख प्रूफ लीटर थी। देसी मदिरा की खपत बीते वित्तीय वर्ष में 694.59 लाख प्रूफ लीटर हुई, जो चालू वित्तीय वर्ष में बढक़र 741.42 लाख प्रूफ लीटर हो गई है। बीयर बीते साल की पहली छमाही के आंकड़े से 1041.57 लाख बल्क लीटर से उछलकर इस बार 1260.54 लाख बल्क लीटर को छू गई है। आबकारी अधिकारियों ने चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में सरकार ने 16,000 करोड़ राजस्व वसूली का टारगेट तय कर रखा है और चालू वित्तीय वर्ष के सितंबर माह तक 7095 करोड़ की राशि टारगेट अनुसार वसूल हो चुकी है। जबकि आबकारी अधिकारियों को बीते वर्ष सितंबर तक 6396.21 करोड़ की राशि मिली थी, जो वर्तमान में मिली राशि से 10.93 प्रतिशत कम है।
साल-दर-साल बढ़ रही खपत

मप्र में बीयर की खपत साल-दर-साल बढ़ती जा रही 
2019-20 में देसी शराब की 1130 लाख प्रूफ लीटर, विदेशी शराब की 583.48 लाख प्रूफ लीटर और बीयर की 1099.76 लाख बल्क लीटर खपत हुई थी। वहीं 2020-21 में देसी शराब 899.16 लाख प्रूफ लीटर, विदेशी                  शराब  420.65 लाख प्रूफ लीटर, बीयर 840.77 लाख बल्क लीटर, 2021-22 में देसी शराब 1020.38 लाख प्रूफ लीटर,       विदेशी  शराब 471.03 लाख प्रूफ लीटर, बीयर 962.18 लाख बल्क लीटर, 2022-23 में देसी शराब 1448.22 लाख प्रूफ लीटर, विदेशी शराब 684.69 लाख प्रूफ लीटर, बीयर 1909.18 लाख बल्क लीटर, 2023-24 में देसी शराब 1425.28 लाख प्रूफ लीटर, विदेशी शराब 744.90 लाख प्रूफ लीटर और बीयर 1933.35 लाख बल्क लीटर की खपत हुई है।