Home छत्तीसगढ़ सुबह-सुबह घर में घुसा मगरमच्छ, लोगों में फैली दहशत

सुबह-सुबह घर में घुसा मगरमच्छ, लोगों में फैली दहशत

0

भागलपुर के नवगछिया पुलिस जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। शुक्रवार की अहले सुबह एक मगरमच्छ एक शख्स के घर में घुस आया। यह देख घर के लोगों के होश उड़ गए। आननफानन में वन अधिकारियों को फोन किया। मौके पर पहुंचे वन अधिकारियों ने करीब चार घंटे के मशक्कत के बाद पर्यावरण विशेषज्ञ ज्ञान चंद ज्ञानी एवं डॉल्फिन मित्र की मदद से वन अधिकारियों ने सफलतापूर्वक मगरमच्छ को पकड़ लिया। बताया जा रहा है कि नवगछिया के पकड़ा गांव में सुबह-सुबह चीखें और हड़बड़ी का माहौल था। ऐसा दृश्य वहां के लोगों ने कभी नहीं देखा था। एक विशालकाय मगरमच्छ, लगभग आठ फीट लंबा, उप मुखिया राजीव कुमार के घर के आंगन में आराम फरमा रहा था।

स्थानीय लोगों ने बताया कि यह घटना शुक्रवार सुबह की है। राजीव कुमार के परिजन सुबह के छठ पूजा के कामों में व्यस्त थे। वह सुबह का अर्घ्य देने जा रहे थे। इसी बीच अचानक उनकी नजर आंगन में बैठे इस विशाल मगरमच्छ पर पड़ी, और उन्होंने बिना देर किए घर छोड़कर बाहर भागने में ही भलाई समझी। नवगछिया के पकड़ा के ग्रामीण भी इस खबर से हैरान रह गए और सभी का ध्यान इस अप्रत्याशित खतरे की ओर खिंच गया। वन विभाग को तुरंत सूचित किया गया, और टीम मौके पर पहुंची।

रेस्क्यू टीम को करना पड़ा संघर्ष
वन विभाग की टीम में शामिल पर्यावरण विशेषज्ञ ज्ञान चंद ज्ञानी, वन विभाग की टीम अमन कुमार, अरसद और अन्य सदस्यों ने मगरमच्छ को काबू करने का प्रयास किया। यह आसान नहीं था। मगरमच्छ का आकार और ताकत उनके सामने बड़ी चुनौती थी। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में 10 वनकर्मियों ने घंटों तक मशक्कत की। टीम को मगरमच्छ की अप्रत्याशित हरकतों का सामना करना पड़ा और उनकी जानकारियों एवं साहस की परीक्षा हुई।

साहस और सतर्कता की मिसाल
इस रेस्क्यू ऑपरेशन में वन विभाग की सतर्कता और साहस ने ग्रामीणों को राहत पहुंचाई। वनकर्मियों ने संयम और सावधानी बरतते हुए अंततः मगरमच्छ को सुरक्षित तरीके से पकड़ लिया। वन विभाग के पदाधिकारी ने बताया कि यह जगतपुर पंचायत के अंतर्गत दिखाई दिया था जिसके बाद मुखिया द्वारा फोन किया गया था। यह मगरमच्छ सड़क को पार कर उपमुखिया के घर में घुस गया। उसके बाद दो बजे रात में ज्ञान चन्द्र ज्ञानी ने कॉल किया उसने बाद हम अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। मौके पर पहुंच कर मगरमच्छ को रेस्क्यू किया गया। यह आठ फीट लंबा है। अभी वजन नहीं किया गया है।