पटियाला। पंजाब पांच दिनों से स्मॉग की चपेट में है। घने स्मॉग के कारण राज्य की हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्थिति में पहुंच गई। स्मॉग के कारण वीरवार सुबह पांच बजे कई जिलों में दृश्यता शून्य रही, जिससे लोगों को बेदह परेशानी का सामना करना पड़ा। वाहन चालक लाइटें जलाकर चलते नजर आए। मौसम विभाग की मानें तो शनिवार तक राहत मिलने के आसार नहीं है।
वीरवार को राज्य में केवल पांच जगह पराली जलाने के मामले सामने आए। इनमें कपूरथला में दो तथा फतेहगढ़ साहिब, लुधियाना व तरनतारन में 1-1 मामले रिकॉर्ड हुए। बताया जा रहा है कि घनी स्मॉग के कारण सेटलाइट में पराली की आग रिकॉर्ड नहीं हो पाई, इसलिए मामले कम आए।
तीन घंटे देरी से आई फ्लाइट
फिलहाल राज्य में अब तक पराली जलाने के कुल 7626 मामले रिकॉर्ड किए गए हैं। वीरवार को बठिंडा सबसे ज्यादा ज्यादा प्रदूषित रहा। यहां का अधिकतम एक्यूआई 456 रहा। स्मॉग के कारण हवाई सेवा भी प्रभावित हुई। अमृतसर एयरपोर्ट पर दुबई से अमृतसर व शिमला से अमृतसर फ्लाइट करीब साढ़े तीन घंटे देरी से आई।
किसानों के खिलाफ कार्रवाई तेज
दिल्ली-अमृतसर एयर इंडिया फ्लाइट भी करीब ढाई घंटे लेट रही। 1.15 करोड़ जुर्माना, 3.969 किसानों पर एफआईआर सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद प्रशासन की तरफ से पराली जलाने वालों किसानों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गई है।
1.15 करोड़ लगाया जुर्माना
अब तक पराली जलाने के 3545 मामलों में 1.15 करोड़ रुपये जुर्माना किया जा चुका है। इसमें से 92.32 लाख रुपये जुर्माने की वसूली भी की जा चुकी है। 3969 एफआईआर भी दर्ज की गई है और 3531 किसानों की भूमि की रेड एंट्री की गई है।