पुणे । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद) के प्रमुख शरद पवार ने भाजपा पर ‘‘वोट जिहाद’’ का मुद्दा उठाकर आगामी विधानसभा चुनाव को धार्मिक रंग देने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। शरद पवार (83) शनिवार को पुणे में संवाददाताओं से बातचीत में फडणवीस की अपील के बारे में पूछे जाने पर शरद पवार ने कहा कि यह भाजपा नेता ही थे जिन्होंने वोट जिहाद का मुद्दा उठाया था। उन्होंने उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख अजित पवार की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देने का काम जनता पर छोड़ दिया कि शरद पवार के बाद नेतृत्व की अगली पंक्ति में वह (अजित) होंगे। ज्ञात रहे कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत महायुति सरकार के खिलाफ एक इस्लामी विद्वान द्वारा कथित तौर पर की गई वोट जिहाद की अपील का जिक्र करते हुए फडणवीस ने शुक्रवार को इसका मुकाबला करने के लिए वोटों के धर्मयुद्ध का आह्वान किया था।फडणवीस ने लोकसभा चुनावों के दौरान कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में अल्पसंख्यकों द्वारा विपक्षी गुट महा विकास आघाडी (एमवीए) का समर्थन करने का जिक्र करते हुए यह टिप्पणी की थी। शरद पवार ने कहा, ‘‘अगर पुणे के एक इलाके में हिंदू बहुसंख्यक हैं और वे भाजपा को वोट देते हैं, तो यह आम बात है कि यह परिणाम अपेक्षित था। इसका मतलब यह नहीं है कि यह वोट जिहाद है। वोट जिहाद का मुद्दा उठाकर फडणवीस और उनके साथी इस चुनाव को धार्मिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। हम इसके पूरी तरह खिलाफ हैं।’’ अजित पवार की इस टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर कि बारामती के लोगों को यह याद रखना चाहिए कि वरिष्ठ पवार के बाद उनका नेता कौन होगा? शरद पवार ने कहा कि इस बारे में अंतिम निर्णय जनता लेगी। पुणे जिले का बारामती क्षेत्र पवार परिवार का गृह क्षेत्र है और यहां मौजूदा विधायक और राकांपा प्रमुख अजित पवार तथा उनके भतीजे युगेंद्र पवार के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है।