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गति, शक्ति और सफलता का प्रतीक मानी जाती है ये मूर्ति, घर की किस दिशा में होना चाहिए इसका मुख? जानें वास्तु नियम

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वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में रखी किसी भी मूर्ति का स्थान और दिशा का चुनाव बहुत जरूरी होता है. सही दिशा में रखी मूर्ति न सिर्फ घर की ऊर्जा को सकारात्मक बनाती है, बल्कि यह घर के सदस्यों के जीवन में खुशहाली और समृद्धि भी लेकर आती है. घोड़े की मूर्ति, जो गति, शक्ति और सफलता का प्रतीक मानी जाती है, के बारे में भी कुछ खास दिशा-निर्देश दिए गए हैं. आइए जानते हैं

घोड़े की मूर्ति रखने के लिए सबसे शुभ दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की उत्तर दिशा में घोड़े की मूर्ति रखना सबसे शुभ माना जाता है. उत्तर दिशा को आमतौर पर समृद्धि, धन और सफलता का प्रतीक माना जाता है. घोड़े की मूर्ति को उत्तर दिशा में रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. यह दिशा व्यापार और करियर के लिए भी लाभकारी मानी जाती है, विशेष रूप से अगर किसी के व्यापार में कोई रुकावट या समस्या आ रही हो. उत्तर दिशा में घोड़े की मूर्ति रखने से व्यापार में सफलता की संभावना बढ़ सकती है और सौभाग्य में भी वृद्धि हो सकती है.

इसके अलावा, अगर घर में किसी तरह की मानसिक या भावनात्मक परेशानी हो, तो दक्षिण दिशा भी एक अच्छी दिशा मानी जाती है. इस दिशा में घोड़े की मूर्ति रखने से घर में शांति और मान-सम्मान बढ़ सकता है. यह दिशा घर में चल रही समस्याओं को कम करने में मदद करती है, जिससे जीवन में सुख-शांति का अनुभव होता है.

घोड़े की मूर्ति का महत्व
घोड़ा जीवन में गति, शक्ति और सफलता का प्रतीक है. इसका संबंध उन पहलुओं से है जो जीवन में गति और उन्नति लाते हैं. घोड़े की मूर्ति रखने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता का माहौल बनता है. यह मूर्ति घर के सदस्यों को मानसिक शांति प्रदान करती है और उनके मनोबल को ऊंचा करती है.

धन और समृद्धि की दृष्टि से भी घोड़े की मूर्ति बहुत महत्व रखती है. इसे सही दिशा में रखने से न केवल घर में धन की आवक बढ़ सकती है, बल्कि यह करियर में भी उन्नति और सफलता का कारण बन सकती है.