ग्वालियर: माध्यमिक शिक्षा मंडल ने हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी बोर्ड परीक्षाओं के पेपरों में गोपनीयता बनाए रखने की पूरी तैयारी कर ली है। पिछले साल सोशल मीडिया पर पेपर वायरल होने और पेपर लीक होने के कारण बोर्ड की गोपनीयता पर कई सवाल उठे थे। ऐसे में इस बार बोर्ड कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता है और इसके लिए प्रदेश भर के सभी कलेक्टरों को सख्त निर्देश भी दिए गए हैं।
ऑब्जर्वर नियुक्त
ग्वालियर समेत मध्य प्रदेश के सभी परीक्षा केंद्रों में से करीब 800 परीक्षा केंद्रों पर जिले के कलेक्टर द्वारा ऑब्जर्वर नियुक्त किए जाएंगे। इसकी सूची भी तैयार की जा रही है। ये ऑब्जर्वर सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक उस परीक्षा केंद्र पर मौजूद रहेंगे और बोर्ड को सभी तरह की रिपोर्ट ऑनलाइन भेजेंगे। साथ ही थाने से परीक्षा केंद्र तक पेपर पहुंचाने के लिए संबंधित वाहन को भी ट्रैक किया जाएगा। आपको बता दें कि बोर्ड परीक्षा 25 फरवरी से शुरू होने जा रही है।
ये जिम्मेदारी सौंपी जाएगी
- परीक्षा केंद्र पर नियुक्त कलेक्टर प्रतिनिधि परीक्षा केंद्र के पास स्थित पुलिस थाने में मौजूद रहेंगे, जहां पेपर रखे जाएंगे और पेपर निकलवाने और उसे सुरक्षित केंद्र तक पहुंचाने की जिम्मेदारी लेंगे।
- कलेक्टर प्रतिनिधि और अधिकारी थाने से ही एमपी बोर्ड द्वारा तैयार किए गए एप पर सेल्फी भेजेंगे।
- बोर्ड संबंधित अधिकारी के मोबाइल से थाने से परीक्षा केंद्र तक के रूट पर नजर रखेगा।
- बोर्ड अधिकारी, बोर्ड द्वारा गठित टीम और जिला शिक्षा अधिकारी की टीम संवेदनशील और अतिसंवेदनशील केंद्रों पर विशेष नजर रखेगी।
- इस बार उन केंद्रों को संवेदनशील और अतिसंवेदनशील माना जाएगा, जहां प्राइवेट छात्रों की संख्या ज्यादा है।
- इस बार जिस केंद्र पर प्राइवेट छात्रों की संख्या ज्यादा है और जिस केंद्र पर सिर्फ प्राइवेट परीक्षार्थी ही परीक्षा देंगे, उसे अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखा जाएगा।
- थाने से पेपर निकालने के बाद केंद्राध्यक्ष सभी शिक्षकों और कर्मचारियों के मोबाइल बंद करवाकर अलमारी में सील करवाएंगे।
- परीक्षा केंद्र में लाने के बाद ही परीक्षा हॉल में पेपर के पैकेट खोले जाएंगे।
- सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और इसमें साइबर पुलिस की भी मदद ली जाएगी।
- बोर्ड द्वारा बनाए गए कंट्रोल रूम से भी सोशल मीडिया पर नजर रखी जाएगी।
अगर सोशल मीडिया पर पेपर लीक होता है या कोई यह कहकर पेपर शेयर करता है कि यह पेपर परीक्षा में आएगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।