अमित शाह ने 2026 तक नक्सलियों के सफाए का लक्ष्य दिया था, अब तक हुए 10 से ज्यादा बड़े एनकाउंटर

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    रायपुर
    केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 2026 तक नक्सलियों के सफाए का लक्ष्य दिया है। इसको लेकर छत्तीसगढ़ में फोर्स तेजी से नक्सलियों खत्म करने के लिए डटी हुई है। 9 जनवरी को सुबह बीजापुर में सुरक्षाबल ने 31 नक्सलियों को मार गिराया। इस साल अब तक 87 नक्सलियों को तो पिछले साल 239 को खत्म किया गया था।

    गृहमंत्री अमित शाह ने सख्त चेतावनी दी थी कि नक्सली आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौट आएं, वरना उन्हें पाताल से भी खोजकर मारा जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार ने बस्तर में चार हजार अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किए हैं। 2024 में सुरक्षाबलों ने 1033 नक्सलियों को गिरफ्तार किया, जबकि 925 ने आत्मसमर्पण किया।

    2025 में अब तक मारे गए नक्सली
    3 नक्सली तीन जनवरी को गरियाबंद में मारे गए
    5 नक्सली दो जनवरी को बीजापुर में मारे गए
    5 नक्सली पांच जनवरी को अबूझमाड़ में ढेर
    18 नक्सली बीजापुर-सुकमा में 16 जनवरी को ढेर
    16 नक्सली गरियाबंद में 20 जनवरी को मारे गए
    8 नक्सली एक फरवरी को बीजापुर के कोरचोली में ढेर
    1 नक्सली दो फरवरी को कांकेर के पानीडोबिर में मारा गया
    31 नक्सली नौ फरवरी को बीजापुर में मोर गए

    2024 में बड़े नक्सली एनकाउंटर
    38 नक्सली चार अक्टूबर को दंतेवाड़ा के थुलथुली में ढेर
    29 नक्सली मारे गए 16 अप्रैल को कांकेर के छोटेबेठिया में
    13 नक्सली दो अप्रैल को ढेर बीजापुर के कोराचोली में
    12 नक्सली मारे गए 10 मई को बीजापुर के पीड़िया में
    10 नक्सली 30 अप्रैल को ढेर नारायणपुर के टेकामेटा में
    10 नक्सली मारे गए 22 अप्रैल को सुकमा के भेज्जी में
    9 नक्सली तीस सितंबर को दंतेवाड़ा के पुरंगेल में ढेर

    2024 में मारे गए 9.24 करोड़ रुपये के इनामी नक्सली
    पिछले साल 2024 में सुरक्षाबल और नक्सलियों के बीच 124 आमना-सामना हुआ था। एनकाउंटर में फोर्स ने 9 करोड़ 24 लाख रुपये के इनामी बड़े नक्सलियों को मार गिराया था। सबसे खास बात यह है कि इनमें 25-25 लाख रुपये के इनामी नक्सली रुपेश, नीति और रणधीर भी शामिल हैं।

    ठिकानों जमाने से पहले ही कर देते हैं ढेर
    नक्सली अब छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र सीमा पर अबूझमाड़ में सक्रिय हो गए हैं, जबकि कुछ बड़े नक्सली नेता गरियाबंद और ओडिशा सीमा में नया ठिकाना बना रहे हैं। इसी तरह अन्य राज्यों की सीमाओं में भी वे शरण लेने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सुरक्षा बल उन्हें ठिकाना जमाने से पहले ही कार्रवाई कर ढेर कर दे रहे हैं।