मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि राज्य सरकार न्याय सब बर, विकास घलो सबो बर को आधार मानकर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर ने संविधान में सबके लिए न्याय और अधिकार की व्यवस्था की है। राज्य सरकार ने इस दिशा में कार्य करते हुए अनुसूचित जाति को 13 प्रतिशत, अन्य पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत एवं सामान्य वर्ग के आर्थिक कमजोर वर्ग में शामिल लोगों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय लिया है। छत्तीसगढ़ राज्य में सर्वाधिक 82 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है। श्री बघेल आज जिला मुख्यालय दुर्ग के रविशंकर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने यहां 85 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कार्योंं का लोकार्पण और भूमिपूजन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की संस्कृति और तीज त्यौहारों को सहेजने का कार्य किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा हरेली, पोला, विश्व आदिवासी दिवस, कर्मा माता जैसे त्यौहारों पर सामान्य अवकाश देने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता के जीवन में परिवर्तन लाने राज्य की जरूरत और आवश्यकता के आधार पर विकास गढ़ा रहा है। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर से कुपोषित बच्चों, एनीमिया से पीड़ित माताओं के स्वास्थ्य में सुधार के लिए सुपोषित छत्तीसगढ़ अभियान, मुख्यमंत्री हाट बाजार स्वास्थ्य योजना, छत्तीसगढ़ शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, सार्वभौम पीडीएस की योजना शुरू होने जा रही है। इसके साथ ही स्कूलों एवं महाविद्यालयों में शिक्षकों एवं सहायक प्राध्यापकों की भर्ती की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा सरकार बनते ही किसानों के हित में बड़े फैसले लिए गए इनमें किसानों की ऋण माफी, 2500 रूपए धान खरीदी के अलावा बिजली बिल हाफ, शहरों में गुमाश्ता लाइसेंस के लिए सरलीकरण, रजिस्ट्री की दर 2 प्रतिशत करने, भूमि की गाईड लाईन दर में 30 प्रतिशत की कमी की गई है। उन्होंने कहा कि उद्योग और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए कई एतिहासिक कदम उठाए गए हैं। जिसके फलस्वरूप आज छत्तीसगढ़ में मंदी का कोई असर नहीं है जबकि पूरे देश में मंदी का दौर है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि हम छत्तीसगढ़ राज्य के स्वप्न दृष्टा डॉ. खूबचंद बघेल, बैरिस्टर छेदी लाल, ठाकुर प्यारे लाल, ममतामयी मिनीमाता, चंदूलाल चन्द्राकर, महेश तिवारी के स्वप्नों को साकार करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सपनों के अनुरूप गांवों को स्वावलंबी बनाने के लिए सुराजी गांव योजना शुरू की है। इस योजना की चर्चा पूरे देश में है। आज राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने भी योजना की प्रशंसा की है। उन्होंने योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणजनों, युवाओं को सहभागिता पर जोर दिया।
इस मौके पर प्रदेश के गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, विधायक श्री अरूण वोरा ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, विधायक दुर्ग श्री अरुण वोरा, विधायक एवं महापौर भिलाई नगर श्री देवेंद्र यादव, महापौर नगर निगम दुर्ग श्रीमती चंद्रिका चंद्राकर, अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती माया बेलचंदन भी उपस्थित थे।
लोकार्पण और शिलान्यास
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज जिला मुख्यालय दुर्ग के रविशंकर स्टेडियम में लगभग 85 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इनमें नगर निगम दुर्ग के 81 करोड़ रुपए के विभिन्न कार्य शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने जिन पूर्ण हो चुके कार्यों का लोकार्पण किया इनमें ‘मोर मकान-मोर चिन्हारी योजना अंतर्गत 15.94 करोड़ रुपए के 312 आवास, 9.11 करोड़ रुपए की लागत से नल घर शापिंग काम्प्लेक्स, 3.79 करोड़ रुपए के लागत से मंडी शापिंग काम्प्लेक्स शामिल हैं। इसी प्रकार जिन नए स्वीकृत निर्माण कार्यों का भूमि पूजन किया गया इनमें नगर निगम दुर्ग में मोर मकान मोर चिन्हारी योजना अंतर्गत सरस्वती नगर में 30.57 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले 638 आवास, के साथ ही विभिन्न वार्डों में 9.49 करोड़ रुपए की लागत से 131 विभिन्न निर्माण कार्य शामिल हैं। इसी प्रकार अमृत मिशन अंतर्गत 4.23 करोड़ रुपए की लागत से 4 पानी टंकियों, 2.34 करोड़ रुपए की लागत से पुलगांव नाला डायवर्सन, सांसद-विधायक निधि अंतर्गत 5.71 करोड़ रुपए की लागत से 83 कार्यों, जिला चिकित्सालय दुर्ग में 3.96 करोड़ रुपए की लागत से विविध कार्यों का भूमिपूजन किया गया।