छत्तीसगढ़ में मौसम में हुए बदलाव के बाद गुरुवार रात प्रदेश के कई जिलों में मूसलाधार बारिश हुई है। बारिश के बाद शहरों और ग्रामीण अंचलों में जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं, दूसरी ओर बारिश के चलते धान खरीदी केंद्रों में धान की खरीदी रूक गई है। बताया जा रहा है कि बारिश के बाद धान खरीदी केंद्रों में जलभराव की स्थिति बन गई है, जिसके चलते किसान अपना धान नहीं बेच पा रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार राजधानी रायपुर सहित आस-पास के इलाके के धान खरीदी केंद्रों में आज धान की खरीदी बंद है। बारिश के बाद धान खरीदी केंद्रों में जल भराव की स्थिति बनी हुई है। वहं, कुछ जगहों में जमीन गिली होने के चलते भी किसानों को धान बेचने में दिक्कत आ रही है।
सहकारी समितियों की लापरवाही
बता दें कि सरकार ने धान खरीदी केंद्रों को खरीदी शुरू होने से पहले ही सुरक्षा और बारिश से धान को बचाने के लिए पुख्ता इंतेजाम करने के निर्देश दिए थे, लेकिन उनकी पोल एक ही बारिश में खुल गई है। अब सहकारी समितियों की लापरवाही का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है।
सीएम भूपेश बघेल ने दिए निर्देश
हालांकि सीएम भूपेश बघेल ने धान खरीदी केंद्रों के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जो किसान बारिश के चलते अपना धान नहीं बेच पाए हैं, उन्हें फिर से टोकन जारी करें। लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि सरकार किसानों के धान की खरीदी 15 फरवरी तक करेगी और ऐसे हालात में किसानों का पूरा धान कम समय में खरीद पाना मुश्किल होगा। सरकार ने अभी तक इस बात को स्पष्ट नहीं किया है कि धान खरीदी की तारीख आगे बढ़ाई जाएगी या नहीं।