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राजस्थान में बिजली और खाद का बड़ा संकट, जानिये क्या हैं ताजा हालात, कब सुधरेगी व्यवस्था?

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दिवाली और रबी सीजन (Diwali and Rabi Season) की शुरुआत से पहले राजस्थान में उपजे बिजली संकट तथा डीएपी खाद की कमी (Electricity and Fertilizer Crisis) ने राज्य सरकार की नींद उड़ा रखी है. राज्य सरकार लगातार स्थितियों को संभालने की कोशिश में जुटी है, लेकिन अभी तक हालात संभले नहीं हैं. गहलोत सरकार के प्रयासों से जहां कोयले की आपूर्ति में कुछ सुधार हुआ है वहीं डीएपी खाद की आपूर्ति आगामी दिनों में बढ़ाये जाने का आश्वासन मिला है. इन दिनों में किसानों के साथ ही आम लोगों को भी ज्यादा बिजली की जरुरत होती है. वहीं प्रदेश में सरसों की बुवाई वाले क्षेत्रों में खाद के लिए किसानों में मारामारी मची है और कई जगह झगड़े भी सामने आ रहे हैं.

कोयले की कमी ने सरकार के लिए मुसीबत पैदा कर दी है. सीएम गहलोत खुद लगातार हालात की समीक्षा कर रहे हैं और स्थितियों को नियंत्रण में रखने की कवायद की जा रही हैं. सीएम गहलोत के निर्देश पर जहां अधिकारियों को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर और सिंगरौली में तैनात किया गया है वहीं एसीएस डॉ. सुबोध अग्रवाल ने भी हाल ही में दिल्ली में केन्द्रीय ऊर्जा सचिव से चर्चा की है.

ये हैं कोयले की आपूर्ति के हालात
कोल इंडिया की दो कंपनियों एनसीएल और एसईसीएल से राजस्थान का एग्रीमेंट है. इनसे प्रदेश को प्रतिदिन 11.5 रैक कोयले की आपूर्ति का एग्रीमेंट है, लेकिन पिछले कुछ महीनों से लगातार कोयला कम मिल रहा है. 1 से 13 अक्टूबर तक हर रोज औसतन 5.38 रैक की ही आपूर्ति हुई. कंपनियों से राजस्थान को 1 और 2 अक्टूबर को 4-4 रैक कोयले की मिली. 3 अक्टूबर को पांच, 4 अक्टूबर को 6 और 5 अक्टूबर को 4 रैक कोयले की मिली.

स्थितियों को सामान्य होने में अभी वक्त लगेगा
6 अक्टूबर को सात, 7 अक्टूबर को 6, और 8 से 10 अक्टूबर तक 5-5 रैक कोयला मिला. 11 अक्टूबर को 6, 12 अक्टूबर को 7 और 13 अक्टूबर को 6 रैक कोयला राजस्थान को मिला. अब सरकार कोयले की आपूर्ति बढ़वाने के प्रयास कर रही है. राज्य सरकार के एक ब्लॉक में कोयले का उत्पादन बढ़ाया गया है. दूसरे कोल ब्लॉक में उत्पादन के लिए बायोडायवर्सिटी क्लीयरेंस लेने के प्रयास किए जा रहे हैं. लेकिन स्थितियों को सामान्य होने में अभी वक्त लगेगा.

खाद ने शुरू कराये झगड़े
उधर सरकार के सामने दूसरी बड़ी मुसीबत डीएपी खाद की कमी को लेकर खड़ी हुई है. रबी सीजन की शुरुआत हो चुकी है और किसानों को खाद के लिए मारामारी करनी पड़ रही है. सीएम गहलोत ने खाद की कमी को दूर करने के लिए भी अधिकारियों को दिल्ली भेजा है. कृषि विभाग के प्रमुख सचिव दिनेश कुमार ने पिछले दिनों केन्द्रीय उर्वरक सचिव से मुलाकात की है. लेकिन खाद की समस्या फिलहाल तुरन्त खत्म होती हुई नजर नहीं आ रही है. केन्द्र ने आगामी दिनों में डीएपी खाद की आपूर्ति बढ़ाने का आश्वासन दिया है लेकिन जरुरत तत्काल डीएपी दिए जाने की है. अगर जल्दी खाद नहीं मिला तो समस्या विकराल रूप ले सकती है.