Home देश हत्या से पहले सुशील कुमार ने कुत्तों पर की थी फायरिंग, चार्जशीट...

हत्या से पहले सुशील कुमार ने कुत्तों पर की थी फायरिंग, चार्जशीट में खुला हर राज.

0

पहलवान सागर धनखड़ के कथित अपहरण और हत्या मामले (Sagar Dhankhar murder case) में नया खुलासा हुआ है. दिल्ली पुलिस के सप्लीमेंट्री चार्जशीट के मुताबिक, मुख्य आरोपी ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार (Sushil kumar) ने सागर धनखड़ की हत्या से कुछ घंटे पहले कथित रूप से छत्रसाल स्टेडियम पहुंचा था. यहां पहलवान सुशील ने कुत्तों पर गोली चलाई थी और साथी ऐथलीट्स को पिस्टल से डरा-धमकाकर वहां से भगाया था. छत्रसाल स्टेडियम में हुई इस घटना की चार्जशीट में दिल्ली पुलिस ने उस रात बेरहमी की कई घटनाएं दर्ज की है. सुशील के सिक्योरिटी गार्ड अनिल धीमान और दूसरे आरोपियों के बयानों के आधार पर पुलिस ने रोहिणी कोर्ट के सामने भी ये बातें रखीं हैं.

सिक्योरिटी गार्ड ने सुनाई उस रात की कहानी

धीमान अप्रैल 2019 से छत्रसाल स्टेडियम में सुशील के साथ काम कर रहा था. उसने पहलवान का निजी और आधिकारिक दोनों काम को संभाला हुआ था. धीमान ने दावा करते हुए बताया कि वह 4-5 मई, 2021 की रात सुशील कुमार के साथ था. सुशील ने कथित तौर पर कई लोगों को बास्केटबॉल के मैदान में बुलाया और कहा कि वह “कुछ लोगों को सबक सिखाना चाहते हैं.”

गुस्से में कुत्तों पर की फायरिंग

मामले में दूसरे आरोपी राहुल ने अपने बयान में बताया कि उनका एक अन्य साथी पहले से स्टेडियम पहुंचा और वहां वहां कोचों और पहलवानों को इकट्ठा किया. वह सुशील कुमार के साथ था, जो कथित तौर पर एक लाइसेंसी पिस्टल ले जा रहा था. उसने आगे बताया कि जैसे ही वे वहां पहुंचे तो कुछ कुत्ते भौंकने लगे, गुस्से में सुशील ने कथित रूप से उनकी तरफ फायरिंग कर दी. इसके बाद आरोपी कुमार ने दो पहलवान को स्टेडियम से बाहर जाने के लिए कहा. इसी दौरान एक पहलवान विकास ने सुशील से पूछा,”पहलवान जी क्या हुआ?” तब वह उस पर भड़क उठे. सुशील ने कथित तौर पर विकास के साथ मारपीट की और उसका फोन भी छीन लिया.

पहलवान पर किया हमला

राहुल के मुताबिक, तीसरे पहलवान का पीछा करने के बाद सुशील ने कहा, ‘कहां जाता हूं,किससे मिलता हूं, क्या खाता हूं, ये सारी जानकारी सागर और सोनू महल लीक कर रहे हैं.’ सुशील ने फिर चौथे पहलवान को अपना फोन देने के लिए कहा. मना करने पर सुशील ने कथित तौर पर अपनी पिस्तौल से उसके माथे पर हमला किया.

अनिल धीमान ने दावा करते हुए कहा कि उस रात के बाद मैं और सुशील अन्य लोगों के साथ शालीमार बाग गए. यहां अमित और रविंदर (जिन पर सागर के साथ हमला किया गया था) का लगभग 11.30 बजे अपहरण कर लिया और उन्हें छत्रसाल स्टेडियम ले आए. धीमान ने पुलिस को बताया कि सुशील के कहने पर दोनों के साथ मारपीट की गई. उसने आगे कहा कि स्टेडियम में हमने उन्हें बहुत पीटा. फिर हम मॉडल टाउन के एक फ्लैट में गए, जहां हमने सागर, जयभगवान और सोनू का अपहरण किया और उन्हें स्टेडियम ले गए.चार्जशीट के मुताबिक सुशील चिल्लाते रहे, ‘उन्हें जिंदा मत छोड़ो, उन्हें बेरहमी से पीटो.’

सुशील चिल्ला रहे थे कि, ‘मैं इस क्षेत्र का गुंडा हूं.’

मामले में सह आरोपी प्रवीण, जो खुद एक कुख्यात अपराधी है और हत्या सहित चार आपराधिक मामलों में शामिल है ने भी उस रात की कहानी बताई . उनकी माने तो सुशील चिल्ला रहे थे कि, ‘मैं इस क्षेत्र का गुंडा हूं.’ तुम मेरा फ्लैट कैसे ले सकते हो? धीमान ने दावा किया कि उन्होंने सागर पर लाठी, डंडा, हॉकी स्टिक और बेसबॉल के बल्ले से हमला किया, क्योंकि सुशील यही चाहता था. वह डर गया था कि सागर और जयभगवान उसके बारे में जानकारी एकत्र कर रहे थे और उसे नुकसान पहुंचाना चाहते थे. इसलिए सुशील उन्हें मारना चाहता था.’