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कांग्रेस ‘चिंतन शिविर’ में तय करेगी भविष्य की रणनीति, सोनिया-राहुल-प्रियंका के अलावा ये बड़े चेहरे होंगे शामिल

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राजस्थान के उदयपुर में आज से कांग्रेस के ‘चिंतन शिविर’ का आगाज हो रहा है, जो 15 मई तक चलेगा. राजनीतिक संकट के दौर से गुजर रही कांग्रेस के शीर्ष नेताओं समेत 400 से अधिक पदाधिकारी पार्टी में नई जान फूंकने के लिए जरूरी उपायों और योजनाओं पर तीन दिनों तक मंथन करेंगे. इस चिंतन शिविर का मकसद कांग्रेस का ‘पुनरुद्धार’ करना है, जो 2014 के बाद से पूरे देश में लगातार चुनावी पराजयों का सामना कर रही है.

कांग्रेस के कई बड़े चेहरे इस तीन दिवसीय चिंतन शिविर में शामिल होंगे. इनमें पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, पी चिदंबरम, राजस्थान से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट, गोविंद सिंह डोटासरा, रघुवीर मीणा, हरीश चौधरी, रघु शर्मा, भंवर जितेंद्र सिंह, केसी वेणुगोपाल इत्यादि शामिल हैं. इनके अलावा छत्तीसगढ़ से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मोहन मरकाम, फूलो नेताम, छाया वर्मा चिंतन शिविर का हिस्सा बनेंगे.

मध्य प्रदेश, ​झारखंड, बिहार, महाराष्ट्र और कर्नाटक के ये बड़े नेता रहेंगे मौजूद
मध्य प्रदेश से कमलनाथ, गोविंद सिंह, दिग्विजय सिंह, नकुल नाथ रहेंगे. झारखंड से सुबोध कांत सहाय, राजेश ठाकुर, आलमगीर आलम, धीरज साहू रहेंगे. बिहार से मदनमोहन झा, अजीत शर्मा, जावेद अहमद, और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार रहेंगी. महाराष्ट्र से अशोक चवन, बालासाहेब थोरात, नाना पटोले, रजनी पाटिल और प्रणीति शिंदे रहेंगी. कर्नाटक से डीके शिवकुमार, सिद्धारमैया, मल्लिकार्जुन खड़गे, डीके सुरेश, बीके हरिप्रसाद चिंतन शिविर का हिस्सा बनेंगे.

सोनिया गांधी के संबोधन से होगी शुरूआत
उत्तराखंड से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, करण महारा, यशपाल आर्य, अजय टमटा रहेंगे. पंजाब से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजा अमरिंदर सिंह वारिंग, प्रताप सिंह बाजवा, रवनीत बिट्टू, मनीष तिवारी शामिल रहेंगे. इससे पहले शुक्रवार सुबह 7:50 बजे ट्रेन उदयपुर पहुंची, जिसमें राहुल गांधी, भूपेश बघेल, जितेंद्र सिंह सहित करीब 76 नेता सवार थे. सुबह 10:30 बजे कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी. चिंतन शिविर की शुरुआत 13 मई को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संबोधन के साथ होगी.

राहुल गांधी 15 मई को समापन सत्र में बोलेंगे
इसके बाद 6 अलग-अलग समूहों में नेतागण चर्चा करेंगे और फिर इससे निकले निष्कर्ष को ‘नवसंकल्प’ के रूप में कांग्रेस कार्य समिति 15 मई को मंजूरी देगी. राहुल गांधी 15 मई को चिंतन शिविर को संबोधित करेंगे. इस तीन दिवसीय विचार मंथन सत्र के बाद जो ‘नवसंकल्प’ दस्तावेज जारी होगा, वह कांग्रेस पार्टी के पुनरुद्धार के लिए आगे के कदमों की घोषणा (एक्शनेबल डिक्लियरेशन) होगी. इसमें यह संदेश भी दिया जाएगा कि राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन के लिए ‘मजबूत कांग्रेस’ का होना जरूरी है.

छह अलग-अलग समूहों में 430 नेता चर्चा करेंगे
चिंतन शिविर में राजनीति, सामाजिक न्याय एवं सशक्तीकरण, अर्थव्यवस्था, संगठन, किसान एवं कृषि तथा युवाओं से जुड़े विषयों पर 6 अलग-अलग समूहों में 430 नेता चर्चा करेंगे, यानी हर समूह में करीब 70 नेता शामिल होंगे. कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘आज, जब देश प्रजातांत्रिक, आर्थिक और सामाजिक ‘संक्रमणकाल’ के दौर से गुजर रहा है, तब कांग्रेस एक बार फिर देश को प्रगति, समृद्धि और उन्नति के पथ पर लाने के लिए एक ‘नव संकल्प’ की दृढ़ प्रतिज्ञा ले रही है.’