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‘Savarkar Gaurav Yatra’ इस तरह कुछ खास, शिंदे-बीजेपी कार्यकर्ताओं का दिखा अलग अंदाज…

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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने गृह नगर ठाणे शहर में ‘सावरकर गौरव यात्रा’ की अगुवाई की जिसमें हिंदुत्व विचारक दिवंगत वी डी सावरकर के सम्मान में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया.


भाजपा और शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना ने पिछले महीने घोषणा की थी कि देश में सावरकर के योगदान को सम्मान देने और उनके खिलाफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना का जवाब देने के लिए महाराष्ट्र के प्रत्येक जिले में सावरकर गौरव यात्रा निकाली जाएगी.

रविवार को लोगों ने भगवा टोपियां पहनकर यात्रा में भाग लिया जिन पर ‘मी सावरकर’ (मैं सावरकर हूं) तथा अन्य संदेश लिखे थे. उन्होंने ठाणे शहर में राम गणेश गडकरी रंगायतन सभागार में सावरकर को पुष्पांजलि अर्पित की, जहां से यात्रा आरंभ हुई थी.

रैली समाप्त होने पर एक सभा को संबोधित करते हुए शिंदे ने सावरकर पर बार-बार हमला करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना की और कहा कि स्वतंत्रता सेनानी का अपमान देश का अपमान करने के समान है. उन्होंने कहा कि लोग सावरकर पर हमला कर हिंदुत्व की छवि बिगाड़ने की कोशिश करने के लिए कुछ ताकतों से आक्रोशित हैं.

शिंदे ने कहा, ”हमने देखा है कि लोग लगातार सावरकर का अपमान करने के लिए कुछ लोगों से नाराज हैं. सावरकर का अपमान प्रत्येक भारतीय का अपमान है. मैं सावरकर के खिलाफ आक्षेप लगाने के लिए राहुल गांधी जैसे लोगों की खुलकर निंदा करता हूं. मैं चुनौती देता हूं कि कोई भी सेलुलर जेल में उसी तरह एक दिन बिताकर दिखाए जैसे सावरकर जेल में रहते थे.” उन्होंने नाम लिए बगैर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता उद्धव ठाकरे पर भी निशाना साधा.

शिंदे ने कहा, ”बालासाहेब ठाकरे ने ऐसी टिप्पणियों के लिए एक बार मणिशंकर अय्यर का पुतला फूंका था. दुर्भाग्य से बालासाहेब ठाकरे की विरासत पर दावा जताने वाले कुछ लोग अब उन लोगों (कांग्रेस नेता राहुल गांधी) के साथ बैठ रहे हैं जिन्होंने लगातार सावरकर पर हमला किया है.” नरेन्द्र मोदी की तारीफ करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंदुत्व को अल्पसंख्यकों के खिलाफ आक्रामकता के रूप में देखा जाता था लेकिन प्रधानमंत्री ने 2014 के बाद इसका गौरव लौटाया.

शिंदे ने कहा, ”हिंदुत्व किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं है. लेकिन कुछ लोग जानबूझकर इसकी गलत व्याख्या करते हैं.” शिंदे तथा सत्तारूढ़ शिवसेना-भाजपा गठबंधन के कुछ अन्य नेताओं ने एक अस्थायी ‘रथ’ पर सवार होकर यात्रा में भाग लिया. रथ को फूलों से सजाया गया था और उसके पीछे मोटरसाइकिल पर सवार होकर समर्थक चल रहे थे.

मुख्यमंत्री ने शहर के चार विधानसभा क्षेत्रों से गुजरने वाली यात्रा के दौरान नागरिकों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया. यात्रा में भाग लेने वाले लोगों पर फूलों की बरसात की गयी. इनमें से कई लोग 200 से अधिक मोटरसाइकिल और करीब 100 ऑटो रिक्शा पर सवार होकर यात्रा में शामिल हुए.

भाजपा नेता डॉ. विनय सहस्रबुद्धे, ठाणे से विधायक संजय केलकर, ठाणे भाजपा प्रमुख और विधान परिषद सदस्य निरंजन देवखरे, पूर्व महापौर नरेश म्हास्के, शिवसेना विधायक प्रताप सरनाइक और सत्तारूढ़ गठबंधन के कई अन्य स्थानीय नेताओं ने यात्रा में भाग लिया. बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी यात्रा में भाग लिया.

भाजपा के एक नेता ने कहा कि मुंबई के कुछ हिस्सों में भी ऐसी ही यात्रा निकाली गयी. गौरतलब है कि राहुल गांधी की ”मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है और गांधी किसी से माफी नहीं मांगते” टिप्पणी पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.