Home छत्तीसगढ़ जैसी संगत वैसी रंगत – आचार्य श्री विद्यासागर महाराज

जैसी संगत वैसी रंगत – आचार्य श्री विद्यासागर महाराज

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डोंगरगढ़ (विश्व परिवार)। संत शिरोमणि 108 आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ससंघ चंद्रगिरी डोंगरगढ़ में विराजमान है । आज के प्रवचन में आचार्य श्री ने बताया कि बच्चे और वृद्ध दोनो ही गाय का दूध पीते है पर अनुपात मे अंतर होता है । गाय का दूध पौष्टिक होता है और स्वास्थ्य के लिये लाभदायक होता है। छोटे बच्चे और वृद्ध व्यक्ति को दूध मे पानी मिलाकर पतलाकर पिलाया जाता है जिससे दूध पच सके क्योंकि वृधावस्था में लीवर कमजोर हो जाता है । बकरी का दूध विशेष रूप से बुखार मे औषधि के रूप मे पिलाया जाता है ऐसा किसी वैद्य ने बताया था। बकरी जब चरने जाती है तो वह कुछ ऐसी विशेष वनस्पति को चुन – चुन कर खाती है जिससे उसका दूध औषधि के रूप मे काम करता है । यह मै आपको सामान्य रूप से बता रहा हूँ । बकरी के दूध में भी घृत होता है लेकिन उसमे अत्यधिक चिकनाई होती है इसलिये उसका उपयोग कम होता है । विभिन्न प्रकार के पशुओ से हमे दूध प्राप्त होता है जैसे गाय, भैंस, बकरी, भेड़, ऊँट आदि जिसका उपयोग भाँति – भाँति प्रकार से किया जाता है। दूध मे जब जामन डालते हैं तो वह पूरे दूध को जमा देता है उसी प्रकार सभी तीर्थ क्षेत्रों की कमेटी में ऐसे पदाधिकारी होना चाहिये जो पूरी कमेटी को जमा सके और जल्द से जल्द सारा कार्य सभी को मिलाकर पूर्ण करा सके। अकउवा का दूध जो होता है वह हाथ मे लग जाये तो अपनी निशानी छोड़ जाता है और यदि उसे दूध मे मिलाया जाये तो पूरा दूध ही फट जाता है । बाल तोड़ तो जानते ही है आप लोग उसमे यदि अकउवा का दूध को लगा दिया जाये तो वह उसको निकाले बिना नही निकलता । कुछ ऐसे लोग भी कमेटी में होते है जो अकउवा की तरह कमेटी को फाड़ देते है। इसलिये आप लोगो को हमेशा जामन की तरह जमाने का कार्य करना चाहिये । शास्त्रों मे भी लिखा है की हमे हमेशा संत की संगति करना चाहिये जिससे स्वयं का और समाज का उद्धार हो सके । हमे अपनी संगति हमेशा अच्छी रखनी चाहिये जिससे हम उनके गुणो को देखकर अपने गुणो में वृद्धि कर सके । आज आचार्य श्री को नवधा भक्ति पूर्वक आहार कराने का सौभाग्य प्रतिभा स्थली कि ब्रह्मचारिणी गुंजन दीदी एवं पूजा दीदी परिवार को प्राप्त हुआ जिसके लिए चंद्रगिरी ट्रस्ट के अध्यक्ष सेठ सिंघई किशोर जैन,सुभाष चन्द जैन, चंद्रकांत जैन, निखिल जैन (ट्रस्टी), प्रतिभास्थली के अध्यक्ष श्री प्रकाश जैन (पप्पू भैया), श्री सप्रेम जैन (संयुक्त मंत्री) ने बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें दी । श्री दिगम्बर जैन चंद्रगिरी अतिशय तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष सेठ सिंघई किशोर जैन ने बताया की क्षेत्र में आचर्य श्री के दर्शन के लिए दूर – दूर से उनके भक्त आ रहे है उनके रुकने, भोजन आदि की व्यवस्था की जा रही है । कृपया आने के पूर्व इसकी जानकारी कार्यालय में देवे जिससे सभी भक्तो के लिए सभी प्रकार की व्यवस्था कराइ जा सके । आगामी 24 मई 2023 को श्रुत पंचमी पर्व मनाया जायेगा । उक्त जानकारी चंद्रगिरी डोंगरगढ़ के ट्रस्टी निशांत जैन (निशु) ने दी है ।