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बड़ों का सहारा मत लेना बड़ों को सहारा देना – मुनि पुगंव श्रीसुधासागरजी महाराज

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अशोक नगर समाज ने किए श्री फल भेंट

चातुर्मास का निवेदन लेकर पहले सैकड़ों भक्त

अशोक नगर – बड़ो का सहारा मत लेना बड़ों को हमेशा सहारा देना अपने बड़ो से कभी सहयोग मत लेना बड़ों का सहारा मत लेना बड़ों को हमेशा सहारा देना भगवान से कभी कुछ मत मांगना हो सकें तो भगवान के मन्दिर में एक ईट लगा आना वचपन की याद ताजा होआई एक महाराज आये थे तो वे अंदर वुलाने लगे मेरी धारणा थी महाराज के पास जाऊंगा तो वे नियम दिला देंगे तो मैंने कहा कि आप पहले नियम लो कि आप कोई नियम नहीं दोगे वे महाराज जी बहुत अच्छे थे उन्होंने कहा कि आजा वेटा कोई नियम नहीं दूंगा और आज देख लो कितने नियम पल रहे हैं बड़ों को मनाने में कुछ नहीं लगता दो मिनिट में मान जाते हैं मां वाप को गुरु को मनाने में दो मिनिट लगते हैं और छोटे से वालक को मनाने के लिए भी आपको नीचे उतरना पड़ेगा छोटा सा वच्चा नाराज हो जाएं तो मां को पीछे आना पड़ता है मां दो कदम पीछे आयेगी तव वह बालक जाता है कभी भी बड़ों को आगे मत चलाना क्योंकि छोटो की मांग अहित कर होती है बड़ो से कहना कि मैं तेरी हर इच्छा पूरी करुंगा उक्त आश्य केउद्गार मुनि पुगंव श्री सुधासागरजी महाराज ने करगुआ तीर्थ झांसी में धर्म सभाको सम्बोधित करते हुए@ व्यक्त किए।

श्री फल भेंट कर किया चातुर्मास करने का निवेदन

मध्यप्रदेश महासभा संयोजक विजय धुर्रा ने झांसी से लौटकर वताया कि सैकड़ों की संख्या में भक्त अपने वहनो से जैन समाज  अध्यक्ष राकेश कांसल नगर पालिका अध्यक्ष नीरज मनोरिया मंत्री राकेश अमरोद कोषाध्यक्ष सुनील अखाई मध्यप्रदेश महासभा संयोजक विजय धुर्रा  युवा वर्ग के संरक्षण शैलेन्द्र श्रागर के नेतृत्व में भक्तों का दल तीर्थ क्षेत्र पर पहुंचा श्री फल भेंट किए इस दौरान कमेटी के प्रदीप तारई मनीष सिघई  नरेश एडवोकेट  मनीष वरखेडा राजेन्द्र अमन मेडिकल  प्रमोद मंगलदीप टिकंल जैन निर्मल मिर्ची पवन करैया रमेश तरई संजीव श्रागर सतीश राजपुर सुलभ अखाई  नीरज भोला  हेमंत टडैया आलोक रानीपुर विमल जैन अशोक गांधी अंकित सन्तूरा अंसू वतेसा नीरज पठा सहित अन्य भक्तों ने श्री फल भेंट किए ।

बड़े आदमी छोटों की नहीं छोटे बड़ो की सेवा करते हैं

मुनि पुंगव ने कहा किभगवान तू मेरे लिए नहीं है मैं तेरे लिए हूं बड़े आदमी छोटों के लिए नहीं होते छोटे आदमी बड़ो के लिए होते हैं राष्ट्रपति की इच्छा बाडीगाड पूरी करता है या राष्ट्रपति बाडीगाड की इच्छा पूरी करता है भगवान हमारे राष्ट्रपति हैं तो हमें भगवान की रक्षा करना चाहिए या हम भगवान की रक्षा करेंगे मैं भगवान की रक्षा कर सकू या ना कर सकू लेकिन मैं कभी भगवान को अपना बाडी गार्ड नहीं बनाऊंगा उनकी रक्षा मे अपने प्राण लगा दूंगा मैं तेरे लिए हूं तू मेरे रास्ते के कांटे नहीं उठाऊंगा मैं तेरे रास्ते को साफ कर सकू ऐसे करने का मूझे सौभाग्य मिले ये विल पावर स्टंगपावर ऐसी शक्ति जाग जाती है कि रास्ते के सूल भी फूल‌ की तरह लगने लगते हैं बड़े लोगों से काम लेना नहीं है करना है ये पूजा है भक्ति है उपासना है