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संवेदनशील और संवादशील प्रबंधन हमारे कार्यसंचालन का आधार  : सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा

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  • रायपुर में एसईसीएल संचालन समिति की बैठक सम्पन्न
  • एसईसीएल प्रबंधन ने प्रस्तावित हड़ताल न करने की श्रम संघ प्रतिनिधियों से की अपील

रायपुर – दिनांक 25 को रायपुर में एसईसीएल संचालन समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता एसईसीएल सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा द्वारा की गई। बैठक में एसईसीएल निदेशक मण्डल से निदेशक तकनीकी (संचालन) श्री एसके पाल, निदेशक (वित्त) श्री जी. श्रीनिवासन,  निदेशक (योजना/परियोजना) श्री एसएन कापरी, निदेशक (कार्मिक) श्री देबाशीष आचार्या एवं एसईसीएल संचालन समिति से श्री हरिद्वार सिंह (एटक), श्री मजरुल हक अंसारी (बीएमएस), श्री गोपाल नारायण सिंह (एसईकेएमसी), श्री वी.एम. मनोहर (सीटू), श्री ए.के. पांडे (सीएमओएआई) एवं विभिन्न विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे । बैठक के आरंभ में कोल इण्डिया कार्पोरेट गीत बजाया गया व  कार्य के दौरान दिवंगत श्रमवीरों को मौन श्रद्धांजली दी गई एवं सभी सदस्यों दवारा सुरक्षा शपथ ली गई। तत्पश्चात दिनांक 21 जुलाई 2023 को हुई एसईसीएल संचालन समिति की बैठक के कार्यवृत का पुष्टिकरण एवं बैठक में लिए गए निर्णयों के संबंध में चर्चा की गई। इसके साथ ही उत्पादन व उत्पादकता, सुरक्षा, सीआईएल द्वारा जारी आश्रित रोजगार एवं स्थानांतरण के एसओपी से जुड़े विषयों पर भी चर्चा की गई । 

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में सीएमडी डॉ मिश्रा ने कहा कि संवेदनशील और संवादशील प्रबंधन हमारे कार्यसंचालन का आधार है और यह हमारी प्राथमिकता भी है। विदित हो कि एसईसीएल प्रबंधन द्वारा भूविस्थापितों को हितों के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। पिछले वित्तीय वर्ष में एसईसीएल द्वारा रिकॉर्ड 704 भू-स्वामियों को रोजगार प्रदान किया गया है जोकि कंपनी के इतिहास में सबसे ज़्यादा है। इस वित्तीय वर्ष में भी अप्रैल से जुलाई तक की अवधि में 250 से अधिक परियोजना प्रभावितों को रोजगार स्वीकृति दे दी गयी है एवम ज्यादा से ज्यादा भूमि अधिग्रहण के प्रकरणों के निस्तारण हेतु द्रुत गति से कार्य किया जा रहा है । बैठक के अंत में सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा, निदेशक मण्डल, एवं संचालन समिति के सदस्यों द्वारा निदेशक तकनीकी (संचालन) श्री एसके पाल का शॉल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया। ज्ञात हो कि श्री पाल इसी महीने कंपनी की सेवा से सेवानिवृत्त हो रहे हैं।