Home राजनीति बिना आधार चिदंबरम को किया गया गिरफ्तार, लोकतंत्र की हत्या का प्रयास...

बिना आधार चिदंबरम को किया गया गिरफ्तार, लोकतंत्र की हत्या का प्रयास : कांग्रेस

0

। कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को केन्द्र सरकार पर आईएनएक्स मीडिया मामले में पूर्व गृह एवं वित्तमंत्री पी. चिदंबरम को बिना किसी सबूत और कारण के गिरफ्तार करवाने तथा राजनीतिक विद्वेष में लोकतंत्र व कानून की हत्या का आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि उनका गुनाह इतना ही था कि उन्होंने सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल उठाए थे। इस दौरान कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला ने मीडिया की भूमिका और सुप्रीम कोर्ट की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए।

कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पार्टी मुख्यालय में पत्रकारवार्ता में कहा कि पूरे मामले में पी. चिदंबरम के खिलाफ न कोई प्राथमिकी है और न ही जांच एजेंसियों ने कोई आरोपपत्र दाखिल किया है। वह और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम कई बार जांच एजेंसियों (सीबीआई और ईडी) के सामने पेश हो चुके हैं। मामले में केवल एक महिला की गवाही को आधार बनाकर पूर्व वित्तमंत्री को गिरफ्तार किया गया है। वह महिला खुद अपनी बेटी की हत्या के मामले में जेल में है और मामले में दोषी भी है।

आईएनएक्स मामले में आरोप है कि चिदंबरम ने वित्तमंत्री रहते हुए अपने बेटे को लाभ पहुंचाने के लिए एक मीडिया कंपनी में निवेश का मार्ग प्रशस्त किया था। सुरजेवाला का कहना है कि विदेशी निवेश लाने वाली कंपनी और इसे अनुमति देने वाले विदेशी निवेश एवं प्रमोशन बोर्ड (एफआईपीबी) के किसी अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि इसका अर्थ यह निकलता है कि चोरी का जिन पर आरोप है और जिन्होंने उसे अनुमति दी दोनों के ही खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। केवल पी. चिदंबरम को प्रताड़ित करने के लिए ऐसा किया गया।

कांग्रेस नेता ने इस दौरान सुप्रीम कोर्ट की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि एक वकील होने के नाते वह मानते हैं कि तकनीकी आधार पर किसी व्यक्ति को न्याय से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि याचिका में किसी त्रुटि को आधार बनाकर आजादी और मौलिक अधिकारों से जुड़े मामलों को टाला नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट कई मामलों में स्वतः संज्ञान लेकर या गंभीर मामलों में बिना कागजी कार्रवाई के भी काम करता रहा है।

कांग्रेस नेता ने पूरे मामले को लोगों का अर्थव्यवस्था के गिरते स्तर और नौकरियों में आती कमी से ध्यान हटाने की साजिश बताया। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था की खस्ता हालत और सरकार पर सवाल उठाने वाले उद्योगपतियों और मीडिया पर निशाना साधा जा रहा है।

सुरजेवाला ने कहा कि पूरे मामले को राजनीतिक विद्वेष के चलते उठाया जा रहा है और 40 साल से सार्वजनिक जीवन में बेहतरीन काम करने वाले व्यक्ति को फंसाया जा रहा है। उन पर ही नहीं कांग्रेस और विपक्ष के अन्य नेताओं के खिलाफ मामले बनाकर उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है। इस दौरान उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कई नेताओं जिनके खिलाफ सीबीआई और ईडी जांच कर रही थी वह जब भाजपा में शामिल हुए तो उनके खिलाफ सारे मामले खारिज कर दिए गए।