बढ़ते प्याज के दामों पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने कड़ा संज्ञान लेकर अपने उपभोक्ताओं को इस महंगे प्याज को सस्ते में देने की योजना बनाई है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग अपने उपभोक्ताओं को गेहूं, तेल वितरित करता है। अब विभाग के उपभोक्ता अपनी सब्जी को बिना तड़का लगाए नहीं खाएंगे। इसका कारण यह है कि अब उपभोक्ताओं को प्याज 80 रुपये प्रति किलो नहीं बल्कि 31 रुपये प्रति किलो महीने में दस दिन के अंतराल में तीन बार मिलेगा। एक बार में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग उपभोक्ता को तीन किलो प्याज देगा। यह तीन किलो प्याज उपभोक्ताओं के परिवार में दस दिन आसानी से तड़का लगवाने का काम करेगा। इसके लिए प्रदेश के सभी जिलों में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने पत्र लिखकर इस योजना के तहत सभी डिपो पर प्रति माह तीन बार तीन-तीन किलो प्याज बांटने के आदेश जारी किए हैं। इसमें 30 रुपये प्रति किलो प्याज की राशि वितरित करने वाले कांफ्रेड के खाते में जाएंगे और एक रुपये प्रति किलो डिपो होल्डर का कमीशन होगा। इस प्याज की आपूर्ति नैफेड के स्टॉक से होगी। प्याज वितरण की खास बात यह है कि यह शहरी क्षेत्र के नजदीक डिपो होल्डरों पर वितरित होगा। इनसे कोई भी लाभपात्र व्यक्ति प्याज ले सकेगा। प्याज ज्यादा मात्रा में खराब नहीं हो, इसलिए शहरी क्षेत्र के नजदीक के ही डिपो पर इसे वितरित करने के आदेश दिए हैं। इसमें किसी प्रकार की डिपोधारक धांधली नहीं कर सकें। इस बात को ध्यान में रखते हुए उपभोक्ताओं को पीओसी मशीन में अपना अंगूठा लगाकर प्याज मिलेगा। राशन डिपो पर प्याज पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर वितरित होगा। यह फैसला प्याज खराब नहीं हो इसलिए लिया गया है। प्याज की सप्लाई की जिम्मेदारी कांफेड की रहेगी।
सभी जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग से मांगी प्याज की एलोकेशन
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने सभी जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को निर्देश दिए हैं कि वह शहरी क्षेत्र के नजदीक के सभी राशन डिपो से उपभोक्ताओं की संख्या के अनुसार प्याज की एलोकेशन भेजें, ताकि महंगे प्याज से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग अपने उपभोक्ताओं को छुटकारा दिला सके।
पात्र उपभोक्ताओं को मिलेगा नियमों पर प्याज : अनिल
विभाग की योजना के अनुसार सभी पात्र उपभोक्ताओं को 31 रुपये प्रति किलो की दर से महीने में तीन बार में तीन-तीन किलो प्याज दिया जाएगा। यह प्याज लंबे समय तक रखने के कारण खराब नहीं हो इसलिए इसका वितरण पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर किया जाएगा।
-जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी अनिल कुमार।