बंगलुरु में 40 साल से कम के युवाओं में हार्ट अटैक 22 प्रतिशत बढ़ गया है। Sri Jayadeva Inst of Cardiovascular Sciences and Research ने दो साल के भीतर अस्पताल में आए 2400 मरीज़ों का अध्ययन किया है।
हर महीने 100 से 120 नौजवान इस अस्पताल में भरती हो रहे हैं। 35 प्रतिशत 50 साल से कम के हैं। वैसे नौजवानों को हार्ट अटैक हो रहा है जो न सिगरेट पीते हैं, जिन्हें न मधुमेह है, जो न मोटे है। वायु प्रदूषण बड़ा कारण है। ये बंगलुरू का हाल है। जिसकी आबादी 1 करोड़ 20 लाख है लेकिन 80 लाख रजिस्टर्ड गाड़ियां हैं।
करीब करीब सबके पास कोई न कोई वाहन है। बंगलुरू में 11500 किमी लंबी सड़कें हैं। इसकी 45 प्रतिशत सड़कों पर किसी न किसी प्रकार का निर्माण कार्य चल रहा है। वायु प्रदूषण बेहिसाब है।
दुनिया की तीस सबसे प्रदूषित शहरों में से 22 भारत में हैं। इन शहरों में वायु प्रदूषण किस तरह जानलेवा साबित हो रहा है, हमें अंदाज़ा भी नहीं है।