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बिहार में छुट्टी के लिए पुलिस वालों का शपथ पत्र वायरल, ‘हे छठी मैया, अगर झूठ बोलकर छुट्टी लूं, तो आ जाए आफत’

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दशहरा और दिवाली के बाद अब बारी है महापर्व छठ की। बिहार के इस महापर्व के लिए जोरदार तैयारी शुरू हो गई है और इसी के साथ पर्व में शामिल होने के लिए लोगों के छुट्टी पर आने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। लेकिन जहां इस महापर्व के लिए पूरे देश और विदेश में रहने वाले लोग छुट्टियों पर घर पहुंच रहे हैं, वहीं बिहार में पुलिस वालों की छुट्टी पर आफत है। इतना ही नहीं, बिहार पुलिस द्वारा छुट्टी के लिए पुलिस वालों से छठी मइया के नाम से शपथ पत्र जमा करवाए जाने की खबर है।

दरअसल इन दिनों सोशल मीडिया पर छठ की छुट्टी के लिए दिया गया एक शपथ पत्र वायरल हो रहा है। यह शपथ पत्र समस्तीपुर के पुलिस लाइन के अधिकारी द्वारा दिया गया बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि ये शपथ पत्र पुलिस अवर निरीक्षक श्रीनारायण सिंह की ओर से छठ पूजा की छुट्टी लेने के लिए दिया गया है, जिसमें उन्होंने शपथ लेते हुए कहा है कि “वह खुद 40 वर्षों से छठ पूजा करते आ रहे हैं और अगर उनकी बातें झूठी निकलीं तो छठी मइया उनके परिवार पर विपत्ति ला देंगी।”

इस वायरल पत्र की जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि जिस पुलिस अवर निरीक्षक श्रीनारायण सिंह के नाम का शपथ पत्र वायरल हो रहा है वो समस्तीपुर जिले में ही पदस्थापित हैं। हालांकि, यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उन्होंने किसी तरह के शपथ पत्र से इंकार कर दिया। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि छुट्टी के लिए 85 पुलिसकर्मियों ने ऐसे शपथ पत्र भरकर आवेदन दिए हैं, जिनमें कहा गया है, “हे छठी मैया अगर मैं झूठ बोल कर छुट्टी ले रहा हूं तो उसी समय मेरे बच्चे और मेरे समस्त परिवार पर घोर विपत्ति आ जाए।” इसके बाद शपथ पत्र में संबंधित पुलिसकर्मी के हस्ताक्षर हैं।

समस्तीपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विकास बर्मन ने इस तरह के किसी भी मामले से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि पुलिस मुख्यालय का पुलिसकर्मियों को छुट्टी नहीं देने का आदेश है तो ऐसे में छुट्टी के लिए इस तरह के शपथ पत्र लेने का सवाल ही नहीं उठता। एसपी ने कहा कि, “जिला मुख्यालय द्वारा ऐसे शपथ पत्र के साथ आवेदन पत्र लेने का कोई निर्देश या आदेश नहीं दिया गया है। इस मामले पर पुलिस लाईन सार्जेट को जांच के आदेश दिए गए हैं। ऐसा आवेदन दिया जाना कहीं से उचित नहीं है। जांच के बाद ऐसा करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।”

गौरतलब है कि आस्था का महापर्व कहा जाने वाला छठ बिहार का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। पूरे घर परिवार की सुख, समृद्धि के लिए मनाये जाने वाले इस महापर्व को लेकर लोगों में भारी आस्था है। इसलिए लोग साल भर इश पर्व का इंतेजार करते हैं और चाहे देश के किसी भी कोने में, पर्व के समय किसी न किसी तरह घर पहुंचने की पूरी कोशिश करते हैं।