Home अंतराष्ट्रीय आज ही के दिन सोवियत संघ टुकड़े-टुकड़े होकर बिखर गया था…

आज ही के दिन सोवियत संघ टुकड़े-टुकड़े होकर बिखर गया था…

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वर्ष 1989 में आज ही के दिन सोवियत संघ के टुकड़े-टुकड़े होकर बिखरने की स्क्रिप्ट लिखी गई थी और इसके पीछे अमेरिका और उसके मित्र देशों की कोशिशें शामिल थीं. जिसकी वजह से 24 महीने में ही सोवियत संघ 15 देशों में बंट गया था. आज आप सोवियत संघ को Russia के नाम से जानते हैं. इसलिए आज हम इसका एक संक्षिप्त विश्लेषण करेंगे.

2 और 3 दिसंबर 1989 के दिन अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति George W Bush और सोवियत संघ के अंतिम राष्ट्रपति Mikhail Gorbachev के बीच एक मीटिंग हुई थी. इस मुलाकात के बाद ही दोनों देशों के बीच 43 वर्षों से चला आ रहा शीत युद्ध आधिकारिक तौर पर खत्म हो गया था. अमेरिका और सोवियत संघ के बीच दुनिया में वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी. और दोनों एक दूसरे को Proxy War या दूसरे मंचों पर नीचा दिखाने की कोशिश करते थे. इसे ही शीत युद्ध का नाम दिया गया था.

Bush और Gorbachev तब दक्षिण यूरोप के देश Malta में मिले थे. और दो दिनों की मुलाकात में ही सोवियत संघ को लोकतांत्रिक देश बनाने की शुरुआत हो गई थी. तब इस मीटिंग को Second World War के बाद हुई सबसे महत्वपूर्ण मुलाकात बताया गया था. लेकिन इसके 2 वर्षों बाद ही सोवियत संघ का पतन हो गया था.

आर्थिक हालात खराब होने की वजह से सोवियत संघ अलग-अलग देशों में टूटने लगा था. मार्च 1990 में Lithuania पहला देश बना जिसने सोवियत संघ से अलग होने की घोषणा की थी. बाकी देशों ने भी इसी राह पर चलते हुए अपने स्वतंत्र होने का एलान किया और फिर 25 दिसंबर 1991 तक सोवियत संघ 15 अलग अलग देशों में बंट गया था.

25 दिसंबर 1991 को नया देश Russia बना और इसके बाद सोवियत संघ का प्रसिद्ध हंसिया और हथौड़े वाला झंडा हटाकर नए तीन रंगों वाले झंडे को अपनाया गया था. उस समय बोरिस येल्तसिन को नए Russia का राष्ट्रपति बनाया गया था. ये शांतिपूर्ण तरीके से हुई दुनिया की सबसे बड़ी क्रांति थी. जिसमें एक बड़े देश ने कई छोटे देशों को जन्म दिया था. आज Russia ने सोवियत संघ की जगह लेने की पूरी कोशिश की है. लेकिन आज भी इन देशों के बीच कई अनसुलझी समस्याएं बाकी हैं.

आज Russia के राष्ट्रपति Vladimir Putin हैं और पिछले 20 वर्षों से वो या तो राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री के रूप में Russia पर शासन कर रहे हैं. इसलिए आज ये जानना भी जरूरी है कि जब सोवियत संघ अलग अलग देशों में बंट रहा था तब Putin कहां थे.

वर्ष 1990 तक Putin पूर्वी जर्मनी में सोवियत संघ की खुफिया एजेंसी के अफसर थे. अपने देश वापस लौटने के बाद वर्ष 1996 में Putin ने Moscow से राजनीतिक करियर शुरु किया था. और वर्ष 1999 में पहली बार वो Russia के राष्ट्रपति बने थे.

इसके बाद के 2 दशकों में Russia ने अपनी कूटनीतिक और सैन्य ताकत बढ़ाकर अमेरिका को लगातार चुनौती दी है और इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि दोनों देश फिर से COLD WAR की ओर बढ़ सकते हैं.