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12 जिलों में 42% तो 19 जिलों में 18 फीसद तक कम बारिश, सावन में महज 1% ज्यादा बरसे बदरा

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अगर ग्वालियर-चंबल इलाके को छोड़ दिया जाए तो मध्य प्रदेश के बाकी इलाके पूरी तरह तर-बतर नहीं हो पाए. आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में अब तक कुल 27.28 इंच बारिश (Heavy Rainfall) हुई है, जो सावन के महीने में तय कोटे से केवल 1 फीसदी ज्यादा है. सूबे के 19 जिलों में 18% तक कम बारिश हुई है.

मौसम विभाग के मुताबिक, सिर्फ ग्वालियर-चंबल संभाग का इलाका ही ऐसा रहा जहां सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है. मालवा, निवाड़, बुंदेलखंड, महाकौशल के 12 जिलों में सामान्य से 21% से 42% तक कम बारिश हुई है. जिन जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है, उनमें दमोह, छतरपुर, बालाघाट, जबलपुर, कटनी, पन्ना, सिवनी, बड़वानी, हरदा, धार, इंदौर, खरगोन जिले शामिल हैं. वहीं, राजधानी भोपाल सहित 19 जिले ऐसे हैं जहां 4 से 18% तक कम बारिश हुई है.

ग्वालियर-चंबल में बाढ़

दूसरी तरफ, अगर ग्वालियर चंबल की बात करें तो वहां सामान्य से भी कहीं ज्यादा बारिश हुई है. इस वजह से बाढ़ के हालात बने थे. मौसम विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक श्योपुर जिले में सामान्य से 123% ज्यादा बारिश हुई है, जबकि गुना जिले में 114% ज्यादा बारिश दर्ज हुई है. सीजन में 4 लो प्रेशर एरिया बने थे, लेकिन चारों का प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में असर नहीं हुआ. ग्वालियर चंबल में लो प्रेशर एरिया धीमा था जिस वजह से वहां सामान्य से ज्यादा बारिश हुई.

3 जिलों में भारी बारिश की भविष्यवाणी

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh News) के 13 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. जबकि भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में रिमझिम बारिश जारी है. मौसम विभाग (IMD) का कहना  कि आने वाले कुछ दिनों तक अच्छी बारिश होने की सभावना है. कुछ जगह भारी तो कुछ जगह तेज बौछारें पड़ती रहेंगी.

मौसम विभाग के अनुसार श्योपुर, मंदसौर, नीमच, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, आगर, शाजापुर, झाबुआ, बैतूल, राजगढ़, नरसिंहपुर और छिंदवाड़ा जिलों में तेज बारिश होगी. जबकि उज्जैन, ग्वालियर और चंबल संभागों के जिलों में कम बारिश होगी. वहीं भोपाल, ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, शहडोल, सागर, रीवा, होशंगाबाद और इंदौर संभागों के कुछ जिलों में रिमझिम बारिश होगी.

इसलिए हो रही बारिश

मौसम विभाग के अनुसार मानसूनी सिस्टम तमिलनाडु, पूर्वोत्तर राजस्थान, पश्चिमोत्तर मध्य प्रदेश और विदर्भ-मराठवाड़ा क्षेत्रों के ऊपर चल रही गतिविधियों से बन रहा है. मानसून ट्रफ बीकानेर, सवाई माधोपुर, टीकमगढ़, सीधी, जमशेदपुर और बालासोर से होते हुए पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी तक फैली है. मराठवाड़ा और विदर्भ से लेकर पूर्व-मध्य अरब सागर तक ट्रफ लाइन गुजर रही है. पूर्वोत्तर राजस्थान से मध्य प्रदेश, विदर्भ-तेलंगाना-रायलसीमा से होते हुए तमिलनाडु तक भी अन्य ट्रफ लाइन गुजर रही है. प्रदेश में तीन मानसून के सिस्टम असर कर रहे हैं. मौसम में नमी होने के कारण लगातार प्रदेश में बारिश का दौर जारी है. आगामी कुछ दिनों तक यह सिस्टम सक्रिय रहेंगे. इसके बाद दूसरे सिस्टम मध्य प्रदेश में बारिश की संभावनाओं को बनाए रखेंगे.