Home स्वास्थ डाइट में दाल शामिल करने से मिलते हैं ये लाजवाब फायदे

डाइट में दाल शामिल करने से मिलते हैं ये लाजवाब फायदे

0

फिट और हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लेना बेहद जरूरी होता है. खासकर प्रोटीन रिच चीजों को डाइट में शामिल करना फिटनेस का सीक्रेट माना जाता है. वहीं जब बात प्रोटीन रिच (Protein Rich Diet) चीजों की आती है, तो दाल (Pulses) का नाम इस फेहरिस्त में सबसे ऊपर आता है. जी हां, दाल आमतौर पर हर किसी की डाइट का हिस्सा होती है. वहीं हर रोज दाल का सेवन करना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद (Benefits) होता है.

दरअसल, विटामिन और प्रोटीन से भरपूर होने के अलावा दाल को हल्के भोजन की श्रेणी में भी रखा जाता है, जो कि आसानी से हजम हो जाती है. वहीं दाल फाइबर और कार्बोहाइड्रेट से युक्त होने के साथ-साथ फैट फ्री भी होती है. तो आइए जानते हैं कि दाल को खाने में शामिल क्यों करना चाहिए और ये सेहत के लिए किस तरह से फायदेमंद है.

दाल खाने के फायदे (Benefits of eating pulses)

कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करती है दाल

दाल को फाइबर का बेहतर सोर्स माना जाता है. जो कि बॉडी में ब्लड कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित करने का काम करता है. साथ ही ये पाचन क्रिया को भी मजबूत बनाकर कब्ज, गैस जैसी पेट की समस्याओं को दूर रखने में मददगार है.

दाल के सेवन से दिल रहेगा दुरुस्त

दाल का सेवन करने से शरीर में पाया जाने वाला फोलेट होमोसिस्टाइन नामक प्रोटीन का स्तर कम रहता है. जानकारों के मुताबिक शरीर में इस प्रोटीन की मात्रा बढ़ने के कारण बल्ड सर्कुलेशन कम होने लगता है और हार्ट अटैक या दिल से जुड़ी बीमारियों की संभावना बढ़ने लगती है. ऐसे में दाल फोलेट को कम करके खून के संचार को बेहतर बनाने में मदद करती है.

संक्रमण से सुरक्षा

दाल को अपनी डाइट में शामिल करके आप संक्रमक रोगों से निजात पा सकते हैं. दाल में मौजूद आयरन, मैग्नीशियम और जिंक जैसे मिनरल्स शरीर की रोग प्रतिरोधन क्षमता बढ़ाकर संक्रमक रोगों से बचाने में मदद करते हैं.

खून बढ़ाती है दाल

हर रोज एक कटोरी दाल खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है. दरअसल, दाल में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है. जिसके चलते दाल के सेवन से शरीर में खून की कमी पूरी की जा सकती है.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. centralindianews.in इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.