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भारतीय आसमान में उड़ते हैं इस कंपनी के सबसे ज्‍यादा विमान, फिर भी क्‍यों घट रही बाजार हिस्‍सेदारी

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फ्लीट (उड़ान) और घरेलू बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से देश की सबसे बड़ी एयरलाइंस इंडिगो का मार्केट शेयर (India’s Largest Airlines Indigo Market Share) जनवरी के मुकाबले फरवरी में तेजी से घटकर 51.3 फीसदी रह गया. सबसे ज्यादा उड़ानों के बावजूद कंपनी की बाजार हिस्सेदारी में गिरावट आई है. यह आंकड़ा बताता है कि घरेलू विमानन बाजार में अतिरिक्त उड़ानें (Additional Flights) शुरू करने को लेकर एयरलाइंस कंपनियों में प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है.

27 मार्च, 2022 तक सभी एयरलाइंस के लिए नियामक से 25,309 साप्ताहिक उड़ानों की मंजूरी दी गई है. दिलचस्प बात यह है कि कुछ ही समय के लिए इंडिगो की बाजार हिस्सेदारी 50 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई. वह भी तब, जब कंपनी महज 43.97 फीसदी उड़ानों का परिचालन कर रही है. घरेलू बाजार में आधी हिस्सेदारी रखने वाली कंपनी देशभर के लगभग तीन-चौथाई एयरपोर्ट से ऑपरेशन (परिचालन) करती है. इंडिगो के फ्लीट शेयर में 47.76 फीसदी हिस्सेदारी नैरोबॉडी और टर्बोप्रॉप सेगमेंट की है.

बनी हुई है इंडिगो की मांग
देश के सभी एयरपोर्ट पर इंडिगो की मांग बनी हुई है। अपने पूरे इतिहास में एयरलाइन ने एक बार ऑपरेशन शुरू करने के बाद कभी भी किसी स्टेशन को बंद नहीं किया है. हालांकि, महामारी की शुरुआत के बाद जबलपुर में अपनी उड़ानों को बंद किया था, जिन्हें बाद में फिर से शुरू कर दिया गया. इसके उलट, प्रतिस्पर्धा बढ़ने पर स्पाइसजेट, एअरएशिया इंडिया और गो फर्स्ट का नए स्टेशन खोलने एवं बाद में ऑपरेशन (Operations) जारी नहीं रखने का इतिहास रहा है.

प्रतिस्पर्धी एयरलाइंस के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन
इंडिगो के बारे में कहा गया है कि जब स्वीकृत (Approved) उड़ानों के ऑपरेशन की बात आती है तो करीब 100 फीसदी अनुपालन के साथ एयरलाइन का अपनी प्रतिस्पर्धी कंपनियों के मुकाबले सबसे अच्छा प्रदर्शन रहता है. इसलिए भी बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से सबसे कंपनी की मांग बनी रहती है.

नई उड़ानें शुरू करने की उम्मीद
गर्मियां शुरू होने के साथ इंडिगो ने कडपा और पंतनगर के लिए उड़ानें शुरू की हैं. हालांकि, यह उतनी धमाकेदार घोषणा नहीं है, जितनी 2021 में सात नए स्टेशन शुरू करने के साथ हुई थी. लेकिन, यह इस बात का संकेत है कि कंपनी अपने एटीआर 72-600 विमानों की डिलीवरी लेन के बाद कई नए स्टेशन खोल सकती है. इसका मतलब है कि इन विमानों के आने के बाद इंडिगो नई उड़ानें शुरू कर सकती है. ये ऐसे रूट होंगे, जहां ए320 के लिए लैंड करना आसान नहीं होगा.