Home अंतराष्ट्रीय यूक्रेन में अपनी सैन्य कार्रवाई को क्यों जंग नहीं मानने को तैयार...

यूक्रेन में अपनी सैन्य कार्रवाई को क्यों जंग नहीं मानने को तैयार है रूस?

0

रूस और यूक्रेन के बीच जंग (Russia-Ukraine War) को 70 दिन हो चुके हैं. हमले में यूक्रेन के कई शहर तबाह हो चुके हैं. रूस ने कई शहरों पर नए सिरे से हमले भी शुरू कर दिए हैं. इस बीच कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) 9 मई को रूस के विक्ट्री डे पर यूक्रेन पर चौतरफा युद्ध का ऐलान करने वाले हैं. हालांकि, रूसी राष्ट्रपति के ऑफिस क्रेमलिन ने इन रिपोर्ट्स को बकवास करार दिया है.

क्रेमलिन के प्रवक्ता ने बुधवार को एक बयान जारी करके विक्ट्री डे को लेकर किए जा रहे तमाम अटकलों को खारिज किया. पश्चिमी अधिकारियों ने अनुमान लगाया है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 9 मई की विक्ट्री परेड का इस्तेमाल यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई को बढ़ाने की घोषणा करने के लिए कर सकते हैं. क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने बुधवार को इन अटकलों को “असत्य” और “मूर्खतापूर्ण” करार दिया. रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर पहला अटैक किया था. वैसे मॉस्को अब तक इसे जंग नहीं मानता. पुतिन इसे यूक्रेन पर विशेष सैन्य कार्रवाई बताते आए हैं.

पुतिन ने कहा कि रूस की यूक्रेन पर क़ब्ज़ा करने की कोई योजना नहीं है, लेकिन आगाह किया कि किसी ने रूस से उलझने की कोशिश की तो तत्काल जवाब मिलेगा. यूक्रेन ने कहा है कि रूस ने उस पर पूरी तरह से हमला कर दिया है.

हाल ही में ब्रिटेन के रक्षा सचिव बेन वेलेस ने दावा किया है कि 9 मई के बाद रूस यूक्रेन में बड़ी संख्या में सेना उतारेगा और 9 मई ही वो तारीख होगी जब रूस दुनिया पर विश्वयुद्ध का ऐलान कर देगा.“मुझे आश्चर्य नहीं होगा और मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि रूस इस 9 मई को कौन सी घोषणा करने वाला है. लेकिन बहुत संभव है कि रूस यूक्रेन को लेकर बड़ा ऐलान करने वाला है.”

रूसी अधिकारी अब तक इस आक्रमण को विशेष सैन्य कार्रवाई बता रहे हैं. रूस इसे गैर-नाजी देशों के लिए “विशेष सैन्य अभियान” के रूप में संदर्भित करता है. यूक्रेनी सरकार में नाजियों के बारे में एक निराधार दावे का उल्लेख करते हुए मॉस्को ने इस आक्रमण को सही ठहराया था. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि क्योंकि रूस अपनी इमेज को खराब नहीं करना चाहता. रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण ही किया है, लेकिन इसे जंग नहीं मान रहा.

मॉस्को में वार्षिक परेड के साथ-साथ लंबे समय से ऐसी रिपोर्टें भी हैं कि क्रेमलिन दक्षिणी यूक्रेन के मारियुपोल शहर में किसी प्रकार की अतिरिक्त परेड की योजना बना रहा है. मारियुपोल शहर के लगभग सभी इलाके अब रूस के कंट्रोल में हैं. अज़ोवस्टल स्टीलवर्क प्लांट में ही बस यूक्रेन की सेना रह गई है.

पूरी तरह से रूस के कब्जे में है मारियुपोल
नवीनतम रिपोर्टों से पता चलता है कि हाल ही में कुछ नागरिकों की सफल निकासी के बाद इस स्टीलवर्क्स पर रूस ने फिर से हमले करने शुरू कर दिए हैं. ऐसे में यहां तैनात सैनिकों का अपने कंट्रोल रूम से संपर्क टूट गया है.

क्या कीव में दोबारा शुरू होगी जंग?
रूस के इन हमलों ने इस बहस को भी एक बार फिर हवा दे दी है कि क्या कीव की जंग दोबारा शुरू हो गई है. क्योंकि बीते कई दिनों से रूस ने पूर्वी इलाकों पर घेराबंदी कर ये दिखाने की कोशिश की थी कि उसका निशाना अब यूक्रेन का पूर्वी इलाका है, लेकिन अचानक कीव पर हुआ हमला ये बता रहा है कि पुतिन की एक आंख कीव पर टिकी हुई है.

रूस में विक्ट्री डे परेड 9 मई को ही क्यों होगी?
अब सवाल ये उठता है कि आखिरकार रूस में 9 मई को ही विक्ट्री डे परेड मनाने की तैयारी क्यों तेज हो गई है. रूस में जश्न की तैयारियां चल रही हैं. आप भी सोच रहे होंगे कि युद्ध के बीच रूस में किस जश्न की तैयारी हो रही है, तो रूस विक्ट्री डे परेड के तैयारियों में जुटा है. मॉस्को में 11 हजार सैनिकों की रिहर्सल चल रही है. परेड में 8 मिग-29 प्लेन भी शामिल होंगे. मिग-29 प्लेन Z फॉर्मेशन में उड़ान भरेंगे. 9 मई को मॉस्को में विक्ट्री डे परेड होगी.

दरअसल, दूसरे विश्वयुद्ध में जर्मनी पर जीत का जश्न मनाता है. परेड 1995 से हर साल 9 मई को आयोजित की जाती है. यूक्रेन का युद्ध भी रूस 9 मई को जीतना चाहता है. सेना को 9 मई तक युद्ध खत्म करने को कहा गया है. मतलब ये कि रूस एक नहीं दो-दो जीत का जश्न मनाना चाहता है.

अब यहां ये समझने की जरूरत है कि ब्रिटेन ने 9 मई को लेकर ये बयान क्यों दिया. विक्ट्री डे परेड के बाद 11 हजार रूसी सैनिक युद्ध के मैदान में उतारे जा सकते हैं. ऐसे में युद्ध और भी व्यापक स्तर पर पहुंच जाएगा. शायद इसलिए बाकी दुनिया इससे चिंतित है. यही कारण है कि ब्रिटेन, जर्मनी और अमेरिका ने यूक्रेन को और हथियारों की सप्लाई का ऐलान किया है.

जेलेंस्की ने दुनिया को किया आगाह
उधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडोमिर जेलेंस्की ने आगाह किया, ”रूसी हमले का मतलब है यूरोप महाद्वीप में एक बड़े युद्ध की शुरुआत.” यूक्रेनी राष्ट्रपति ने रूसी भाषा में पड़ोसी मुल्क की जनता से इस हमले को स्वीकार नहीं करने की अपील की और कहा कि उनसे यूक्रेन को लेकर झूठ कहा जा रहा है.

ज़ेलेंस्की ने कहा , ”वो कहते हैं कि यह आग (युद्ध की) यूक्रेन के लोगों को आजाद कर देगी, लेकिन यूक्रेन के लोग तो आजाद हैं.”

जेलेंस्की ने आगे जोर देकर दावा किया कि उनका देश रूस के हमले के लिए तैयार है. उन्होंने चेतवानी भरे लहजे में कहा, ”हमें किस युद्ध की जरूरत नहीं है. ना शीत युद्ध, ना ग्रीष्म, ना ही हाइब्रिड, लेकिन अगर सैनिक हमला करते हैं और वे हमारा देश, हमारी आजादी, हमारा या हमारे बच्चों की जिंदगी छिनना चाहेंगे तो हम अपनी रक्षा करेंगे. अगर वे हम पर हमला करते है तो हम उनका सीधा सामना करेंगे, पीठ नहीं दिखाएंगे.”