Home स्वास्थ वायु प्रदूषण से स्किन को हो सकते हैं कई नुकसान, एक्सपर्ट से...

वायु प्रदूषण से स्किन को हो सकते हैं कई नुकसान, एक्सपर्ट से जानें बचाव के तरीके…

0

वायु प्रदूषण _ का लेवल सामान्य स्तर पर नहीं पहुंचा है. पॉल्यूशन की वजह से लोगों को सांस संबंधित बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है.

अस्पतालों की ओपीडी में अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और सीओपीडी के केस काफी बढ़ गए हैं. एक्सपर्ट बताते हैं कि प्रदूषण से स्किन को भी काफी नुकसान हो सकता है. प्रदूषण की वजह से स्किन में इन्फ्लेमेशन बढ़ जाता है. पॉल्यूशन में मौजूद पीएम 2.5 के केमिकल भी स्किन लेयर में प्रवेश कर जाते हैं. जिससे ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस हो जाता है

इससे एग्जिमा जैसी कई स्किन डिजीज होने का खतरा रहता है.चूंकि अभी भी कई इलाकों में पॉल्यूशन का लेवल नॉर्मल नहीं हुआ है. ऐसे में खुद का ध्यान रखने की जरूरत है.एलेंटिस हेल्थकेयर हॉस्पिटल कि त्वचा विज्ञान विभाग कि डॉ चांदनी जैन गुप्ता कहते हैं कि प्रदूषण में मौजूद पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन, वाष्पशील कार्बनिक यौगिक, ऑक्साइड, पार्टिकुलेट मैटर स्किन पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है. वायु प्रदूषक ऑक्सीडेटिव को नुकसान पहुंचाने के माध्यम से त्वचा के अंदर मौजूद लिपिड, डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड और प्रोटीन के कामकाज में परिवर्तन का कारण बनते हैं, जिससे स्किन कि उम्र बढ़ने, सूजन या एलर्जी हो जाती है.कई लोगों को सोरायसिस, मुँहासे और स्किन कैंसर की ओर जाता है. जो काफी खतरनाक हो सकता है. इसको देखते हुए प्रदूषण से बचाव करना चाहिए. इसके लिए लोगों को जागरूक करने की भी जरूरत है.

ऐसे करें देखभाल

त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए अपने हाथों और चेहरे को दोबारा साफ करने की आदत बनाएं. एक तेल-आधारित क्लीन्ज़र या फेस वाश का उपयोग करने से त्वचा को अधिक शुद्ध करने में मदद मिलेगी. इससे स्किन पर मौजूद प्रदूषकों के साथ-साथ त्वचा के छिद्रों के अंदर प्रवेश करने वाले प्रदूषकों से छुटकारा मिलेगा.

बचाव का एक और तरीका है हफ्ते में दो बार एक्सफोलिएट करन. हफ्ते में दो बार एक्सफोलिएट करने से डेड स्किन सेल्स को हटाने में मदद मिलती है. साथ ही स्किन के अंदर कि गंदगी भी दूर हो जाती है. स्किन पर एक्सफोलिएट करते समय सॉफ्ट और सर्कुलर मोशन का उपयोग करें.

दैनिक स्किनकेयर रूटीन में एंटीऑक्सिडेंट को शामिल कर सकते हैं. विटामिन सी जैसे मजबूत एंटीऑक्सीडेंट तत्वों का नियमित उपयोग, ऑक्सीडेटिव तनाव के संकेतों जैसे काले धब्बे, महीन रेखाएं और ढीली त्वचा को दूर रखने में मदद करता है.इसके अलावा यह भी जरूरी है कि चेहरे को ढककर रखें और धूल, धूएं या प्रदूषण में जाने से बचें…