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जेलेंस्की का ‘खेल’ खत्म! बाइडेन नाराज, अब जा सकती है कुर्सी, राष्ट्रपति की रेस में ये 3 नाम

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रूस-यूक्रेन युद्ध में जल्द ही एक बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है. दुनिया भर में इस युद्ध का चेहरा बन चुके यूक्रेन केराष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्कीको अपने पद से हटने के लिए मजबूर किया जा सकता है.

आप सोच रहे होंगे कि ऐसा कैसे संभव है, ऐसे में हम आपको बता दें कि जेलेंस्की की जगह राष्ट्रपति बनाने के लिए कुछ नामों पर गंभीरता से विचार हो रहा है.

अमेरिका और यूरोपीय संघ को लग रहा है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की अब उनके नियंत्रण से बाहर चले गए हैं. शांति वार्ता के लिए पश्चिम से भेजे जा रहे कई संदेशों को जेलेंस्की जान-बूझकर अनसुना या अनदेखा कर रहे हैं. यहां तक की कई बार जेलेंस्की ऐसी शर्तें थोप रहे हैं जिससे बातचीत का कोई माहौल नहीं बन सके. इसके अलावा अमेरिका को यह लग रहा है कि जेलेंस्की युद्ध को और ज्यादा बढ़ाना चाह रहे हैं एवं नाटो को इसमें सीधे तौर पर शामिल करने की कोशिश में जुटे हैं.

नए राष्ट्रपति के लिए चर्चा में ये 3 बड़े नाम

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनकी खास टीम को आशंका है कि जेलेंस्की की वजह से कभी भी रूस के साथ आमने-सामने लड़ने की नौबत आ सकती है जिसके लिए अभी वो तैयार नहीं हैं. पोलैंड में मिसाइल गिरने की घटना ने बाइडन को जेलेंस्की का विकल्प जल्द से जल्द लाने के लिए प्रेरित कर दिया है.

वलोडिमिर जेलेंस्की की जगह यूक्रेन के नए राष्ट्रपति के लिए उन नामों पर विचार हो रहा है जिसे यूक्रेन के लोग भी आसानी से स्वीकार कर लें. वर्तमान में, पश्चिमी विशेषज्ञ कई उम्मीदवारों पर चर्चा कर रहे हैं, जो जेलेंस्की की जगह ले सकते हैं: पहला, यूक्रेन के सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ वालेरी जालजनी, दूसरा, यूक्रेन के वेरखोव्ना राडा के पूर्व अध्यक्ष दिमित्री रज़ुमकोव और तीसरा. राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख आंद्रेई एर्मक.

जेलेंस्की के हटने पर रुस के रूख में भी होगा बदलाव

यूक्रेन में सत्ता परिवर्तन करना रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का एक अहम लक्ष्य रहा है. जेलेंस्की की विदाई सभी पक्षों के लिए एक win-win situation बना देगी. रूस भी शांति वार्ता में सक्रिय भागीदारी कर सकेगा. यूक्रेन को खेरसॉन में मिली बढ़त और भविष्य में सुरक्षा का आश्वासन मिलने पर समझौते की ओर बढ़ना आसान होगा.

यूरोप को सर्दियों में गैस की आपूर्ति हो सकेगी जो अभी यूरोपीय देशों के लिए सबसे अनिवार्य है. रही बात अमेरिका की तो इस युद्ध को शुरू कराने का अमेरिका को जो भी मकसद था वो सब पूरा हो चुका है, इसलिए बाइडेन अब जेलेंस्की को हटा करके अपना मिशन ओवर करना चाहते हैं.