–यूं तो हमारे चारों ओर सड़कें ही सड़कें होती हैं, लेकिन जब टांसपोर्ट के मुख्य रस्तों की बात होती है तो फ्री-वे, हाईवे और एक्सप्रेस-वे जैसे नाम ही सुनने को मिलते हैं.
–दरअसल, ये ही वो सड़कें होती हैं जो किसी एक शहर को दूसरे शहर से या एक राज्य को दूसरे राज्य से जोड़ती हैं, इसलिए यातायात में इनका महत्व काफी ज्यादा होता है.
–एक्सप्रेस-वे की सड़क को हाई लेवल पर बनाया जाता है. इसमें 6 से 8 लेन होती हैं. इन्हे हाई स्पीड ट्रैफिक के लिए बनाया जाता है. इनपर दो पहिया वाहनों सहित धीमी गति वाले वाहनों को आने की अनुमति नहीं होती है. एक्सप्रेसवे के लिए अलग-अलग एंट्रेंस और एग्जिट रैम्प बनाए जाते हैं. यानी आप निर्धारित स्थानों पर ही इसमें इसपर चढ़ या इससे बाहर निकल सकते हैं. इनको बनाने का मकसद दो जगहों के बीच पहुंचने के समय को कम करना होता है.
–एक हाईवे कुछ बड़े शहरों या गांवों को जोड़ने का काम करता है. ये 2 या 4 लेन वाली एक बड़ी सड़क होती है. ये सड़कें बहुत बड़ी दूरी तय करने के लिए बनाई जाती हैं. इसपर ज्यादातर लंबी दूरी तय करने वाले और बड़े वाहन चलते हैं. इसपर चलने के लिए नियम बने होते हैं. ये कई शहरों से होते हुए जाते हैं.
–फ्री-वे 4 लेन वाली एक सामान्य सड़क होती है, जिसपर कोई भी वाहन चल सकता है. ये लोगों के इस्तेमाल के लिए बनी होती हैं. इसपर सभी तरह की गाड़ियां चलती हैं.