भारत गौरव, विदुषी लेखिका गुरुमां गणिनी आर्यिका श्री स्वस्तिभूषण माताजी का 14 मई को जैन तीर्थ श्री सोनागिर जी में मंगल प्रवेश होगा
सोनागिर (विश्व परिवार)। श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र सोनागिर कमेटी के मंत्री बालचन्द जैन ग्वालियर द्वारा प्रदत्त जानकारी के अनुसार सिंहरथ प्रवर्तक पंचम पट्टाचार्य श्री विद्याभूषण सन्मतिसागर जी महाराज की शिष्या परम पूज्य गणिनी आर्यिका श्री लक्ष्मीभूषण माताजी ससंघ एवं स्वस्तिधाम प्रणेत्री गणिनी आर्यिका श्री स्वस्तिभूषण माताजी ससंघ का भव्य मंगल प्रवेश रविवार 14 मई को प्रातः 07 बजे श्री सिद्धक्षेत्र सोनागिर जी में होने जा रहा है । पूज्य आर्यिका संघ के पावन सान्निध्य में सोनागिर जी में विभिन्न धार्मिक आयोजन होने की संभावना है । क्षेत्र कमेटी सोनागिर द्वारा पूज्य आर्यिका संघ की अगवानी हेतु सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है ।
जानकारी देते हुए मनोज जैन नायक ने बताया की जहाजपुर से विहार करते समय ही गुरुमां के मन में सोनागिर तीर्थ बन्दना के भाव थे ।आर्यिका दीक्षा से पूर्व माताजी ने गुरुदेव के साथ काफी समय सोनागिर जी व्यतीत किया था। इसलिए माताजी का सोनागिर जी से विशेष लगाव है । पूज्य गुरुमां गणिनी आर्यिका श्री स्वस्तिभूषण माताजी का 13 वर्षो के बाद सोनागिर जी में मंगल आगमन हो रहा है । पूज्य गुरुमां काफी समय से जहाजपुर में प्रवासरत थीं । आपने जहाजपुर प्रवास के दौरान क्षेत्र पर अल्प समय में स्वस्तिधाम में भगवान मुनिसुव्रतनाथ मन्दिर का निर्माण कराया । विशाल एवं भव्य मंदिर के निर्माण एवं पंचकल्याणक के पश्चात गुरुमां ने मुरेना ज्ञानतीर्थ पंचकल्याणक के निमित्त जहाजपुर से मुरेना के लिए विहार किया । इस दौरान गुरुमां ने जयपुर, महावीरजी, धौलपुर, मुरेना, बानमोर, मुरार, लश्कर, ग्वालियर, डबरा में विभिन्न धार्मिक आयोजनों एवं अपनी अमृतमयी वाणी से काफी धर्म प्रभावना की । अब पूज्य गुरुमां सिद्धक्षेत्र सोनागिर की तीर्थवन्दना हेतु पद विहार करते हुए पहुच रहीं हैं । सोनागिर कमेटी के योगेश जैन (खतौली बाले), बालचन्द जैन, श्री स्याद्वाद शिक्षण परिषद सोनागिर में विराजमान प्रतिष्ठाचार्य अशोक शास्त्री (प्राकृताचार्य), ब्र.ब.रेखा दीदी, ब्र.ब.अनिता दीदी, दामोदर जैन सहित सभी लोगों में माताजी के आगमन को लेकर भारी उत्साह है । पूज्य आर्यिका संघ के सोनागिर मंगल प्रवेश में जयपुर, भीलवाड़ा, जहाजपुर, मुरार, ग्वालियर, लश्कर, मुरेना, डबरा, बानमोर, अम्बाह सहित विभिन्न स्थानों से भारी संख्या में गुरुमां के भक्तगण सम्मिलित होंगे ।