- रजत कलशों से अभिषेक व सामूहिक जाप में उमड़ी भीड़
रायपुर – दिगंबर जैन समाज के सबसे बड़े पर्यूषण पर्व दसलक्षण का भक्ति, उल्लास के साथ गुरूवार को समापन हो गया । डी डी नगर स्थित 1008 भगवान वासूपूज्य दिगंबर जैन मंदिर में दसलक्षण पर्व के आखिरी दिन उत्तम ब्रह्यचर्य पर भगवान वासूपूज्य का मोक्ष कल्याणक महोत्सव भगवान की विशेष आराधना कर विशेषरूप से तैयार किए जाने वाले लाडू चढ़ाकर धूमधाम से मनाया गया। वहीं पहली बार मूलनायक वासूपूज्य भगवान की विमान यात्रा पालकी द्वारा निकाली गई। डीडी नगर की गलियों और चौक-चौराहों से गाजे-बाजे के साथ निकली रजत पालकी में सवार भगवान की आरती और दर्शनों हेतु भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। केसरिया परिधान में सजीं महिलाओं और श्वेत कुर्ता पायजामा में पुरूषों का लंबा काफिला नृत्य, गायन करता हुआ धर्म की प्रभावना करता हुआ भ्रमण करता रहा। भगवान के मंदिर जी में पुनः आगमन के पश्चात् रजत कलशों से भगवान का अभिषेक और शांतिधारा की गई। जिसमें रायपुर के विभिन्न जगहों के भक्त भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। संध्याकालीन महाआरती की भक्ति झूमते, नृत्य के साथ हर्षोल्लासपूर्वक की गई । इसके बाद णमोकार मंत्र का सामूहिक जाप कराया गया तथा जाप के सही उच्चारण करके शरीर में उपस्थित विभिन्न चक्रों को जागृत करने की विधि विस्तारपूर्वक समझाई गई ।