चुनाव आयोग रविवार शाम को 5 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा. माना जा रहा है कि इस दौरान वो आगामी लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि ये चुनाव अप्रैल-मई में 7-8 चरणों में कराए जा सकते हैं.
पहले चरण की वोटिंग के लिए मार्च के आखिर तक नोटिफिकेशन जारी हो सकता है और इसके लिए वोटिंग अप्रैल के पहले हफ्ते में हो सकती है.
इस बात की पूरी संभावना जताई जा रही है कि चुनाव आयोग पहले की तरह ही आंध्र प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव भी लोकसभा चुनाव के साथ करा सकता है.
जम्मू-कश्मीर के लिए ये है संभावना
जम्मू-कश्मीर विधानसभा भंग हो चुकी है, इसलिए चुनाव आयोग मई में खत्म हो रही 6 महीने की समयसीमा के अंदर वहां भी चुनाव कराने के लिए बाध्य है. ऐसे में माना जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव भी लोकसभा चुनाव के साथ होंगे. मगर भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के चलते राज्य के जटिल सुरक्षा हालात को ध्यान रखते हुए ही इस बारे में कोई फैसला किया जाएगा.
3 जून को खत्म हो रहा है मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल
मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल 3 जून को खत्म हो रहा है. लोकसभा चुनाव कार्यक्रम का ऐलान होते ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी. इसके बाद सरकार नीतिगत फैसले नहीं ले सकेगी.
2019 के चुनाव में इतने लोगों के पास होगा वोट डालने का अधिकार
2014 के लोकसभा चुनाव में 83.4 करोड़ लोगों के पास वोट डालने का अधिकार था. माना जा रहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में 8 करोड़ फर्स्ट टाइम वोटर होंगे. इस तरह 2019 के लोकसभा चुनाव में 90 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास वोट डालने का अधिकार होगा.