Home समाचार रोजगार संकट पर प्रियंका गांधी ने कहा-BJP सरकार मौन, जिम्मेदार कौन?

रोजगार संकट पर प्रियंका गांधी ने कहा-BJP सरकार मौन, जिम्मेदार कौन?

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भारत में इकनॉमी के मोर्चे पर मांग की कमी और स्लोडाउन के चलते कई सेक्टर से नौकरियां जाने की खबरें आ रही है. अब इन्हीं खबरों का जिक्र करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया है. प्रियंका ने ऑटो इंडस्ट्री में जा रही नौकरियां, नोटबंदी के चलते गई नौकरियों के साथ-साथ खराब होते इकनॉमिक माहौल पर भी बीजेपी सरकार को घेरा है.

प्रियंका गांधी ने नौकरी जाने से जुड़ी खबरों की फोटो ट्वीट करते हुए लिखा-प्रियंका गांधी, कांग्रेस महासचिवसरकार की घोर चुप्पी खतरनाक है. कम्पनियों का काम चौपट है. लोगों को काम से निकाला जा रहा है, भाजपा सरकार मौन है. आखिर देश में इस भयंकर मंदी का जिम्मेदार कौन है?

सरकार की घोर चुप्पी खतरनाक है।कम्पनियों का काम चौपट है। लोगों को काम से निकाला जा रहा है, भाजपा सरकार मौन है।

आखिर देश में इस भयंकर मंदी का जिम्मेदार कौन है?

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पिछले कई दिनों से ऑटो सेक्टर में मांग में कमी की वजह से नौकरियां जाने की खबरें आई हैं.

सरकार ने NSSO का डाटा पहले झुठलाया, फिर माना

चुनाव के पहले बिजनेस स्टैंडर्स ने बेरोजगारी 45 साल में सबसे ज्यादा होने को लेकर NSSO के हवाले से रिपोर्ट छापी थी. लेकिन तब सरकार ने उसका खंडन कर दिया. लेकिन चुनाव हो जाने के कुछ दिनों बाद ही फिर से सरकार ने मान लिया कि देश में बेरोजगारी दर 6.1 फीसदी है. यह रेट 45 सालों में सबसे ज्यादा है.

ऑटो सेक्टर में 19 साल की सबसे बड़ी गिरावट

सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटो मोबाइल मैन्यूफेचर्स (SIAM) की 13 अगस्त को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, देश में कुल कार बिक्री जुलाई में 18.71 फीसदी गिरकर 18,25,148 रही जो जुलाई 2018 में 22,45,223 थी. ये दिसंबर 2000 के बाद कार बिक्री में आयी सबसे बड़ी गिरावट है. उस दौरान कार बाजार में 21.81 फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी थी.

इसी तरह जुलाई में पैसेंजर कारों की बिक्री में भी करीब 19 साल की सबसे बड़ी गिरावट देखी गयी है.

 ये गिरावट लगातार नौवें महीने में दर्ज की गई है. इस दौरान पैसेंजर कारों की बिक्री 30.98 फीसदी घटकर 2,00,790 कार रही है जो जुलाई 2018 में 2,90,931 कार थी

271 शहरों में 286 शोरूम बंद

पिछले तीन माह के दौरान डीलरशिप से दो लाख कर्माचारियों को कम किया गया है. इससे पहले इस साल अप्रैल तक 18 महीने में देश में 271 शहरों में 286 शोरूम बंद हुए हैं, जिसमें 32,000 लोगों की नौकरी गई थी. दो लाख नौकरियों की यह कटौती इसके अलावा है.