मध्यप्रदेश में हनी ट्रैप के खुलासे के बाद से गिरोह का छत्तीसगढ़ से संबंध होने की खबरें लगातार आ रही हैं। हालांकि गिरोह के एक सदस्य का एनजीओ यहां भी कई तरह के कामों में सक्रिय है, लेकिन उनका कोई भी शिकार यहां सामने नहीं आया है। वहीं, मामले की जांच कर रही एमपी एसआइटी की टीम के आला अफसर भी गिरोह का छत्तीसगढ़ में किसी शिकार की जानकारी मिलने से इन्कार कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार गिरोह की सरगना के पति के नाम पर एक शिक्षण संस्था और एनजीओ संचालित है। इस एनजीओ के छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्रों के साथ दुर्ग समेत कुछ और शहरों में भी कई तरह काम करने की जानकारी मिल रही है। बताया जा रहा है कि यह एनजीओ आदिवासी महिलाओं को अगरबत्ती, दोना पत्तल आदि बनाने की ट्रेनिंग देती है। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि इस एनजीओ को कुछ महीने पहले ही उन लोगों ने बेच दिया है।
छत्तीसगढ़ से गिरोह के कनेक्शन के मामले इस मामले की जांच कर रही एमपी की एसआइटी टीम के एक आला अफसर ने स्पष्ट कहा कि अभी हमारा पूरा ध्यान मध्यप्रदेश में है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ तो नहीं, लेकिन शुरूआत में इस गिरोह के राजस्थान से कुछ संपर्क के बारे में सूचना मिली थी, लेकिन अब की जांच में उसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
हालांकि अब तक जितने भी रिकार्ड्स की जांच की गई है, उसमें गिरोह का मध्यप्रदेश से बाहर के किसी संपर्क के बारे में जानकारी नहीं मिली है। जांच और पूछताछ अभी जारी है, आगे कुछ निकल आए तो कहा नहीं जा सकता।
इधर, छत्तीसगढ़ के डीजीपी डीएम अवस्थी ने ‘नईदुनिया” को बताया कि इस मामले में न तो मध्यप्रदेश पुलिस की तरफ से कोई जानकारी आई है और न ही उन्होंने संपर्क किया है।
बना डाला कारोबारी का वीडियो
छत्तीसगढ़ में हनीट्रैप में पकडी गई डेंटल छात्रा ब्लैकमेलिंग को अपना धंधा बना चुकी थी। उसका मंगेतर भी साथ देता रहा। पुलिस इस बात की छानबीन भी कर रही है कि मध्य प्रदेश के हनीट्रैप रैकेट से उसका जुड़ाव था या नहीं। शहर के हार्डवेयर कारोबारी के पास करोड़ों की संपत्ति देखकर युवती की नीयत डोल गई।
प्रेम जाल में फंसाकर अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग कर उसने पिछले सात सालों में एक करोड़ 38 लाख 51 हजार रुपये वसूले। यही नहीं, व्यापारी की क्रेटा कार भी हथिया ली। इसके बाद 50 लाख रुपये एक मुश्त मांग करते हुए नहीं देने पर पुलिस में रिपोर्ट करने, घर-परिवार में बदनाम करने के साथ अश्लील वीडियो को वायरल करने की धमकी कारोबारी को दी।
परेशान होकर कारोबारी ने पंडरी थाने में शिकायत की। पुलिस ने युवती को रंगेहाथ पकड़ने के लिए गुरुवार की शाम को कागज के टुकड़ों का नोटों का बंडल बनाकर एक थैले में देकर कारोबारी को कचना रेलवे क्रासिंग के पास भेजा। जैसे ही युवती पैसे लेने पहुंची, वहां पर सादी वर्दी में तैनात महिला पुलिस कर्मियों ने उसे दबोच लिया।