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सालों बाद पता चला, पति – पत्नी असल में जुड़वा भाई – बहन हैं।

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वाशिंगटन संयुक्त राज्य अमेरिका का सबसे उत्तर-पश्चीमीय राज्य है। इसके उत्तर में कनाडा, पूर्व में इडाहो और दक्षिण में औरिगन है। वाशिंगटन राज्य का निर्माण ओरिगन संधि के तहत 1846 में ब्रिटेन द्वारा दिए गए क्षेत्र के पश्चिमी भाग में हुआ था। यह 42वें राज्य के रूप में 1889 में संघ में भर्ती कराया गया था। इसका नाम संयुक्त राज्य अमेरिका के पहले राष्ट्रपति जॉर्ज वॉशिंगटन के नाम पर रखा गया है।
वाशिंगटन अमेरिका में यहां एक शादीशुदा जोड़े को 33 साल बाद यह पता चला कि असल में वे भाई बहन हैं और वो भी जुड़वा। यह जोड़ा बच्चे की चाह में मिसीसिपी के एक क्लीनिक पहुंचा. मगर यहां जैक्सन क्लीनिक के डॉक्टर ने एक हमारे आगे हैरतअंगेज घटना का खुलासा किया है। डॉक्टर ने बताया, देखिए ‘आमतौर हम यह पता लगाने की कोशिश नहीं करते कि पति-पत्नी में क्या संबंध है. लेकिन इस मामले में लैब असिस्टेंट दोनों प्रोफाइलों में काफी समानताए देख कर हैरान रह गया.’ आगे डॉक्टर ने कहा, पहले मुझे लगा कि दोनों में कोई ज्यादा करीबी संबंध नहीं होंगा. मसलन दोनों चचेरे भाई-बहन हो सकते हैं. लेकिन नमूनों की गहराई से जांच करने के बाद मैंने पाया कि दोनों में बहुत ज्यादा समानताएं हैं।
इसके बाद डॉक्टर ने जब मरीजों की फाइलें देखी तो पाया कि दोनों की जन्म की तारीख भी एक 1984 हैं। यह देखकर डॉक्टर को भरोसा हो गया कि दोनों मरीज जुड़वां हैं. हालांकि डॉक्टर को अब तक इसका पता नहीं था कि कपल को यह सब पता हैं या नहीं.
जब यह बात डाक्टर ने उस कपल को बताई तो दोनों को विश्वास ही नहीं हुआ और दोनों हंस पड़े.’यह सब सुनने के बाद पति ने बताया कि कई दोस्तो ने उनसे कहा था कि दोनों के बीच काफी समानताएं हैं. मसलन उनका बर्थ डे एक ही तारीख को है और फिर दोनों दिखते भी एक जैसे ही हैं. लेकिन उन्होंने इसे एक संयोग ही माना.’
फिर इस मामले में कपल से बात करने के बाद डॉक्टर यह जान पाए कि यह सब कैसे हुआ. डॉक्टर ने आगे कहा, ‘इन दोनों के माता-पिता की मौत के बाद दोनों को गोद लिया गया था. फिर इन दोनों ने एक जैसा ही बचपन गुजारा था. इसी लिए उन्हें लगा कि वे दोनों आसानी से साथ रह सकते हैं.’
मामला यह था कि जब दोनों बच्चे थे तभी सड़क दुर्घटना में उनके माता-पिता की मौत हो गई और फिर अभिभावकों की मौत के बाद तब कोई परिवार बच्चों को गोद लेने के लिए तैयार नहीं हुआ. लिहाजा उन्हें राज्य की देखरेख में भेज दिया गया और वहां से फिर उन्हें दो अलग-अलग परिवारों को गोद दे दिया गया. लेकिन उन परिवारों को यह बताया ही नहीं गया कि उस बच्चे का जुड़वां भाई या बहन भी है.