Home समाचार जहां चाय बेचा करते थे नरेंद्र मोदी, आज उस रेलवे स्टेशन के...

जहां चाय बेचा करते थे नरेंद्र मोदी, आज उस रेलवे स्टेशन के नए परिसर का करेंगे उद्घाटन, अपने जन्मभूमि को और क्या सौगात देंगे PM

0

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्मभूमि वाराणसी को कई तोहफे देने के बाद आज जन्मभूमि गुजरात को कई सौगात देने वाले हैं। पीएम मोदी आज गुजरात में 1,100 करोड़ रुपए से ज्यादा की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी आज पुनर्निर्मित वडनगर रेलवे स्टेशन का भी उद्घाटन करेंगे। यह वही रेलवे स्टेशन है, जहां नरेंद्र मोदी बचपन में चाय बेचते थे। वडनगर रेलवे स्टेशन के अंदर प्रधानमंत्री मोदी के पिता दामोदरदास मोदी की चाय की दुकान थी। बचपन के दिनों में, नरेंद्र मोदी स्टेशन पर चाय बेचने में अपने पिता की मदद करते थे। गुजरात के मेहसाणा जिले में स्थित यह कस्बा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृहनगर है। बता दें कि यह कार्यक्रम वर्चुअल तरीके से होगा।

गांधीनगर रेलवे स्टेशन के ऊपर बना है फाइव स्टार होटल

पीएम मोदी जिन परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, उनमें पुनर्विकसित गांधीनगर रेलवे स्टेशन के ऊपर बना एक नया पांच सितारा होटल भी शामिल है। 318 कमरों वाला यह लक्जरी होटल 790 करोड़ रुपए की लागत से बना है। गरुड़ गुजरात सरकार और रेल मंत्रालय द्वारा स्थापित एक विशेष प्रायोजन कंपनी है। गांधीनगर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास और उसके ऊपर पांच सितारा होटल का निर्माण जनवरी 2017 में शुरू हुआ था और प्रधानमंत्री मोदी ने इनकी आधारशिला रखी थी। अब दोनों ही तैयार हैं और प्रधानमंत्री शुक्रवार शाम चार बजे उनका उद्घाटन करेंगे।

एयरपोर्ट जैसी होंगी सुविधाएं

साथ ही होटल के ठीक सामने एक सम्मेलन केंद्र स्थापित किया गया है जिसका नाम महात्मा मंदिर है। यहां संगोष्ठियों और सम्मेलनों में हिस्सा लेने वाले राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय अतिथि इस होटल में ठहर सकते हैं। अधिकारी की मानें तो गांधीनगर रेलवे स्टेशन देश का पहला ऐसा पुनर्विकसित स्टेशन है जहां सुविधाएं हवाई अड्डों जैसी हैं। इस स्टेशन पर दो ऐस्केलेटर, दो ऐलीवेटर और प्लेटफॉर्म को जोड़ने वाले दो भूमिगत पैदल पार पथ हैं।

रेलवे अधिकारी दीपक झा ने कहा कि ऑनलाइन कार्यक्रम के दौरान मोदी गांधीनगर-वरेथा मेमू ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाएंगे। वडनगर रेलवे स्टेशन उस मार्ग पर पड़ने वाले प्रमुख स्टेशनों में से एक है। चूंकि यह हेरिटेज सर्किट का भी हिस्सा है, इसलिए पर्यटन मंत्रालय ने मौजूदा स्टेशन की इमारत और उसके प्रवेश द्वार को हेरिटेज लुक देने के लिए 8.5 करोड़ रुपये खर्च किए।

उन्होंने कहा, ‘वरेथा मेहसाणा जिले का एक छोटा सा गांव है और प्रसिद्ध तरंगा हिल के करीब है, जो एक लोकप्रिय पर्यटक के साथ-साथ धार्मिक स्थान भी है। अभी तक मेहसाणा स्टेशन तरंगा पहाड़ी से मीटर गेज रेलवे लाइन के माध्यम से जुड़ा हुआ था।’ उन्होंने कहा कि चूंकि तरंगा हिल तक ब्रॉड गेज लाइन बिछाना तकनीकी रूप से संभव नहीं था, इसलिए हमने गेज को पहाड़ी से सिर्फ 3 किलोमीटर पहले वरेथा तक बदल दिया। शुक्रवार को, प्रधानमंत्री उस 54 किलोमीटर खंड का भी उद्घाटन करेंगे, जिसे ब्रॉड गेज में परिवर्तित कर दिया गया है और इस लाइन को विद्युतीकृत भी कर दिया गया है।

और क्या-क्या सौगात देंगे पीएम मोदी
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव विजय नेहरा ने कहा कि इसके बाद प्रधानमंत्री प्रेस कांफ्रेंस के जरिए अहमदाबाद के साइंस सिटी में तीन नये आकर्षणों का उद्घाटन करेंगे। इन आकर्षणों में एक एक्वाटिक गैलरी, एक रोबोटिक गैलरी और एक नेचर पार्क शामिल हैं। एक्वाटिक गैलरी का निर्माण 260 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है और यह देश का सबसे बड़ा एक्वेरियम है। रोबोटिक गैलरी का निर्माण 127 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है और इसमें 79 अलग-अलग प्रकार के 200 रोबोट रखे गए हैं। नेहरा ने बताया कि 14 करोड़ रुपए की लागत से बना नेचर पार्क 20 एकड़ क्षेत्र में फैला है और उसमें जानवरों की मूर्तियां बनी हैं और अलग-अलग तरह के उद्यान भी हैं।

अहमदाबाद के संभागीय रेल प्रबंधक दीपक कुमार झा ने बताया कि इसके अलावा प्रधानमंत्री रेलवे की कई परियोजनाओं का उद्घाटन एवं राष्ट्र को समर्पण करेंगे जिनमें गांधीनगर एवं वाराणसी के बीच एक नयी साप्ताहिक सुपरफास्ट ट्र्रेन, गांधीनगर एवं मेहसाना के बीच एक मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन, 54 किलोमीटर लंबी विद्युतीकृत मेहसाना-वरेठा ब्रॉड गेज रेल लाइन और सुरेंद्रनगर एवं पिपावाव स्टेशन के बीच 266 किलोमीटर लंबा रेल खंड शामिल है। उन्होंने कहा कि मोदी वाडनगर रेलवे स्टेशन की नयी इमारत का भी उद्घाटन करेंगे जिसका निर्माण 8.5 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है।