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मैनपुरी में दिलचस्प हुई सियासत, अखिलेश यादव के बड़े विरोधी का पर्चा खारिज, क्या डिंपल की राह होगी आसान?

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मैनपुरी उपचुनाव (Mainpuri Bypoll) के लिए नामांकन पत्रों की जांच खत्म हो गई है. जांच के बाद समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के विरोधी का पर्चा खारिज हो गया है.

UP By-Election 2022: उत्तर प्रदेश में मैनपुरी उपचुनाव (Mainpuri By-Election) अब और दिलचस्प होता जा रहा है. मैनपुरी के चुनावी मैदान में नामांकन का समय 17 नवंबर को खत्म हो गया था. जिसके बाद 18 नवंबर को नामांकन पत्रों की जांच हुई. जांच के बाद समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के बड़े विरोधी ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) की पार्टी के उम्मीदवार का पर्चा खारिज हो गया है.

मैनपुरी में नामांकन पत्रों की जांच के बाद सात उम्मीदवारों का पर्चा खारिज हुआ है. सात उम्मीदवारों में अखिलेश यादव के एक बड़े विरोधी का पर्चा भी खारिज हो गया है. दरअसल, 18 नवंबर को मैनपुरी उपचुनाव के लिए नामांकन पत्रों की जांच हुई. जांच के बाद ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा के उम्मीदवार का भी पर्चा खारिज हुआ है. सुभासपा ने इस सीट पर रमाकांत कश्यप को प्रत्याशी बनाया था. मैनपुरी के सियासी रण में अब कुल छह उम्मीदवार बचे हैं.

21 तक वापस लिए जा सकेंगे नामांकन
उपचुनाव के लिए नामांकन प्रतिक्रिया खत्म होने के बाद अब नामांकन पत्रों के जांच की प्रक्रिया खत्म हो गई है. हालांकि 21 नवंबर तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे. जांच के बाद सात नामांकन पत्र खारिज हो गए हैं. अब मैनपुरी में छह उम्मीदवार बचे हैं. छह उम्मीदवारों में सपा से अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव और बीजेपी से रघुराज सिंह शाक्य मुख्य प्रतिद्विंदी हैं.

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इन दोनों के अलावा भारतीय कृषक दल के प्रमोद कुमार यादव और राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के भूपेन्द्र कुमार धनगर बचे हुए हैं. इसके अलावा दो निर्दलीय उम्मीदवार सुषमा देवी और सुरेश चंद्र का नामांकन पत्र वैध पाया गया है. बाकि सात नामांकन पत्रों को निरस्त कर दिया गया है. बता दें की मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी सीट खाली हुई है. इस सीट पर पांच दिसंबर को वोटिंग होगी और आठ दिसंबर को काउंटिंग होगी.