Home धर्म - ज्योतिष अशोक नगर जैन समाज ने अंतरिक्ष पार्श्वनाथ को लेकर दिया ज्ञापन

अशोक नगर जैन समाज ने अंतरिक्ष पार्श्वनाथ को लेकर दिया ज्ञापन

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मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन

अशोक नगर (विश्व परिवार)। अतिशय क्षेत्र अंतरिक्ष पार्श्वनाथ भगवान की प्रतिमा के मूल स्वरूप में परिवर्तन होने की घटना को लेकर आज श्री दिगम्बर जैन पंचायत एवं अतिशय क्षेत्र दर्शनोंदय तीर्थ थूवोनजी कमेटी सहित जैन समाज के अनेक संगठनों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर ज्ञापन सौंपा जैन समाज के अध्यक्ष राकेश कासंल दर्शनोदय तीर्थ थूवोनजी कमेटी के अध्यक्ष अशोक जैन टिंगू उपाध्यक्ष गिरीष अथाइखेडा राकेश अमरोद महामंत्री विपिन सिंघाई प्रचार मंत्री विजय धुर्रा उमेश सिघई विनोद मोदी अजित वरोदिया  नीलू मामा शैलेन्द्र दददा पवन करैया आदि ने तहसीलदार को जिला कलेक्टर अशोक नगर के सौंप के नाम ज्ञापन सौंपा इस दौरान विपिन सिंघाई ने कहा शिरपुर (जैन) तहसील – मालेगांव, जिला – वाशिम यहाँ पर स्थित दिगंबर जैन मंदिर में श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ भगवान की मूर्ति के द्वितीय लेप की प्रक्रिया में मूर्ति के मुख्य स्वरूप में परिवर्तन किया गया है। इसके संदर्भ में घोर आपत्ति ।

महोदय,

हम सब निवेदक आपकी सेवा में यह ज्ञापन देते है कि, तहसील – मालेगांव जिला वाशिम स्थित श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ भगवान, शिरपुर की मूर्ति की लेप प्रक्रिया करने के संदर्भ में माननीय उच्चतम न्यायालय का आदेश दिनांक 05/04/2023 जिला प्रशासन की निगरानी में लेप करने का था । इस अनुसार दिनांक 16/04/2023 को मूर्ति के द्वितीय लेप की प्रक्रिया प्रारंभ हुई / इसमें मूर्ति के मूल स्वरुप में लेप के दौरान निम्न लिखित छेड़छाड़ की गयी है – 

अ दृ श्वेतांबर ट्रस्टी एवं लेपन कारीगर के तरफ से श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ भगवान की मूर्ति के पेट पर मोटासा वलय बनाया गया है ।

ब- श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ भगवान मूर्ति की सप्तफनी (नागमणि) के ऊपर एक-एक करके मोटी मणि बनाई गई है क- श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ भगवान की मूर्ति के कान के पीछे का भाग बढ़ाया गया है 

इ- श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ भगवान की मूर्ति की आंखों में बदलाव किया गया हैं ।

ई- श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ भगवान की मूर्ति के चरणों के निचले भाग में चरणों के नीचे तीन रेखाएं बनाकर मूर्ति के मूल रूप में बदलाव किया गया है ।

यह सभी बदलाव जिला प्रशासन की देखरेख में लेपन प्रक्रिया के दौरान किया गया है । 

लेपन प्रक्रिया के दौरान मुख्य रूप में बदलाव की जानकारी दिगंबर संप्रदाय द्वारा लिखित रूप में स्थानीय पुलिस स्टेशन को दी गई थी । श्वेतांबर ट्रस्टीयों एवं लेपन कारीगरों द्वारा मूर्ति के मूल स्वरूप में लेपन प्रक्रिया के दौरान बदलाव किए गए जिसकी जानकारी जिला प्रशासन को भी दी गई थी द्य फिर भी अभी तक उसको सुधारने के लिए जिला प्रशासन द्वारा कोई आदेश पारित नहीं किया गया और न ही कोई कदम उठाया गया द्य चुकी माननीय न्यायालय द्वारा जिला प्रशासन को मूर्ति के मूल स्वरुप में बिना छेड़छाड़ किये लेप के निगरानी की जवाबदारी दी गयी थी, जिसे प्रशासन द्वारा नियुक्त अधिकारियो द्वारा ठीक से निर्वहन नहीं किया द्य ये माननीय न्यायालय के निर्देशों की अवहेलना है ।

इस ज्ञापन के द्वारा हम आपको फिर से सूचित करते हैं कि श्वेतांबर ट्रस्टीयों एवं लेपन का कार्य करने वाले कारीगरों की तरफ से श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ भगवान की दूसरी लेपन क्रिया में मूर्ति के मूल स्वरूप में जो परिवर्तन किया गया है द्य उसे शीघ्र अतिशीघ्र हटाकर मूर्ति का मूल स्वरूप पहले जैसा था वैसा करने का आदेश श्वेतांबर ट्रस्टीयों एवं उनका कार्य करने वाले कारीगरों को दिया जाए द्य अन्यथा दिगम्बर जैन समाज इसके विरुद्ध तीव्र आंदोलन शुरू करने के लिए बाध्य होगा और माननीय न्यायालय के निर्देशों की अवहेलना के लिए प्रशासन के खिलाफ अवमानना का प्रकरण न्यायालय में चलाने के लिए मजबूर होगा इस दौरान सुनील अखाई मनोज भैसरवास राजेन्द्र मेडिकल प्रदीप तारई नितिन बज मनोज भोला मनीष बरखेड़ा चन्द्ररेश सोनी अनिल वंसल प्रमोद मंगलदीप संजू मिर्ची सुनील वेलई सहित अन्य लोग उपस्थित थे