बिहार के सारण में तरैया थाना क्षेत्र के छपिया गांव में छपरा से आयी बरात बिन दुल्हन के लौट गयी. जानकारी के अनुसार छपिया गांव निवासी त्रिभुवन साह की पुत्री की शादी छपरा के 51 नंबर ढाला मगाही डीह निवासी शिवपूजन साह के पुत्र बबलू कुमार के साथ तय हुई थी. शुक्रवार को त्रिभुवन साह के यहां गाजे-बाजे के साथ बरात पहुंची. द्वारपूजा की रस्म हुई. उसके बाद जयमाला के दौरान दूल्हे ने स्टेज पर जयमाला को तोड़ दिया और दुल्हन व उसकी सहेलियों के साथ अभद्र व्यवहार किया. यह सब कन्या पक्ष वालों को बुरा लगा. कन्या पक्ष वालों ने जब दूल्हे से बातचीत की तो दूल्हा नशे में चूर था. उसके बाद भी कुछ लोगों ने समझा-बुझाकर आंगन में वरनेत की रस्म करायी. शादी के लिए जब दूल्हे को आंगन में बुलाया गया तो महिलाओं ने जब नजदीक से बात की तो नशे के कारण ठीक ढंग से बात नहीं करने के कारण दुल्हन ने शादी से इन्कार कर दिया. इस पर कन्या पक्ष वालों ने दूल्हे को बंधक बनाकर वर पक्ष वालों से उपहार में दिये गये सभी सामान वापस करने की मांग की.
वहीं, नशे में चूर दूल्हे की खबर जैसे ही बरात के जनमासे में पहुंची तो बराती धीरे-धीरे कर खिसक गये. दूल्हे के नशे में रहने के कारण शादी से इन्कार करने के मामले में जनप्रतिनिधियों ने शनिवार को दोनों पक्षों की बातों को सुनकर व समझकर सुलह का रास्ता निकाला. कन्या पक्ष द्वारा तिलक में उपहार स्वरूप दी गयी बाइक, रंगीन टीवी, अलमारी, पलंग, बरतन समेत सभी सामान को वर पक्ष ने लौटाया और वर पक्ष द्वारा वरनेत में चढ़ाये गये गहनों को कन्या पक्ष ने वापस किया.
मुखिया प्रतिनिधि सुनील चौरसिया, सरपंच प्रतिनिधि साबिर हुसैन समेत दोनों पक्षों के बुद्धिजीवियों की मध्यस्थता के बाद कागजी प्रक्रिया को पूरा करने के बाद शनिवार को दोपहर में दूल्हे को मुक्त किया गया. उसके बाद छपिया से बिन दुल्हन की बरात लौट गयी.