भतीजे की आत्महत्या से एक व्यक्ति इतना दुखी हुआ कि उसने इसका कारण एक लड़की को मान लिया। उसने रार ठानते हुए कुएं में धकेलकर लड़की की हत्या कर दी। यह पूरा मामला इकतरफा प्यार और आत्महत्या से जुड़ा है।
पुलिस ने शुक्रवार को मामले का खुलासा किया। आरोपित से पुलिस पूछताछ कर रही है। टीआई ललितसिंह डागुर ने बताया कि हर्षित पिता बाबूलाल (18) निवासी भगवानपुरा 10वीं की पढ़ाई के लिए शहर के स्वर्णकार कॉलोनी में रह रहा था।
यहां पहले से उसकी चचेरी बहन पूजा राठौड़ पढ़ाई के लिए सहेलियों के साथ किराये से कमरा लेकर रह रही थी। हर्षित उम्र में छोटा होने के बाद भी चचेरी बहन से प्यार का इजहार करना व शादी करने के लिए कहता रहता था। परंतु पूजा बार-बार उसे रिश्ते की याद दिलाते हुए समझाती रही। परंतु हर्षित नहीं समझ रहा था।
हर्षित के दादा जगदीश राठौड़ निवासी भगवानपुरा व पूजा के दादा रामचंद्र राठौड़ दोनों सगे भाई थे। पूजा के शादी से इनकार करने पर हर्षित मन ही मन कुंठित था। इसी कारण 19 नवंबर 2018 को स्वर्णकार कॉलोनी स्थित कमरे में उसने फांसी लगा ली थी। हर्षित का काका कमलेश राठौड़ निवासी भगवानपुरा हाल मुकाम धवली बड़वानी उसकी मौत से बहुत व्यथित था।
आरोपित कमलेश भतीजे हर्षित की मौत का जिम्मेदार पूजा पिता किशोर निवासी भगवानपुरा हाल मुकाम ज्योति नगर को ही मानता था। हर्षित की मौत के बाद आरोपित कमलेश ने पूजा से बदला लेने की नीयत से उससे दोस्ती बढ़ाई। उसने पूजा से बात करना और मिलनाजुलना जारी रखा।
22 मार्च 2019 को कमलेश पूजा को अपने गांव धवली ले गया। एक दिन उसे वहीं रखा और 23 मार्च को उसे जान से मारने की नीयत से वापस खरगोन छोड़ने के लिए बाइक पर लेकर निकला। वह पूजा को बलवाड़ा, चाचरिया, कुम्हारखेड़ा होते हुए खरगोन ला रहा था। इसी दौरान उसने ग्राम भसनेर के पास रोड किनारे एक कुआं देखकर बाइक रोकी। इसके बाद बहाने से पूजा को वह कुएं के पास ले गया और धकेल दिया। 30 मार्च को पुलिस ने कुएं से पूजा का शव बरामद किया।
पुलिस ने आरोपित कमलेश व मृतका पूजा की कॉल डिटेल निकाली। शंका होने पर पुलिस ने कॉल डिटेल का अध्ययन किया। मृतका के परिजन भी कमलेश को ही उसकी मौत का जिम्मेदार मान रहे थे। पुलिस ने गुरुवार को आरोपित कमलेश को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
इस दौरान कमलेश टूट गया और उसने सच उगल दिया। पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पांडेय के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शशिकांत कनकने व एसडीओपी ग्लेडविनकार ने भी आरोपित से बारीकी से जानकारी ली। आरोपित कमलेश ने हत्या करना स्वीकार किया। कार्रवाई में टीआई डागुर सहित सहायक उपनिरीक्षक प्रेमसिंह सेमले, सुरेश चौहान, प्रधान आरक्षक नीलेश सिसौदिया, साइबर आरक्षक अमित श्रीपाल, आरक्षक संतोष शुक्ला, फोरेंसिक वैज्ञानिक सुनील मकवाने आदि शामिल थे।